'राम से ज्यादा कर्मठ था रावण' बिहार के पूर्व सीएम के बिगड़े बोल, पढ़िए कब-कब फिसली पहले जुबान

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 17, 2023, 06:38 PM IST

Jitan Ram Manjhi

Bihar News: बिहार विधानसभा में भाजपा विधायकों के हनुमान चालीसा पढ़ने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री मांझी नाराज थे. उन्होंने इसे असंसदीय बताया है.

डीएनए हिंदी: Jitan Ram Manjhi News- राम और रामायण को काल्पनिक बता चुके बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की जुबान एक बार फिर फिसल गई है. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) पार्टी के अध्यक्ष मांझी ने कहा है कि रावण के साथ एक तरीके से अन्याय किया गया. राम से ज्यादा रावण कर्मठ था. कौन कहता है कि वह राक्षस था. हम तो कह रहे हैं कि रावण विद्वान था. मांझी ने बिहार विधानसभा में भाजपा विधायकों के हनुमान चालीसा पढ़े जाने पर भी नाराजगी जताई और इसे असंसदीय बताया.

क्या कहा मांझी ने

दरअसल बिहार विधानसभा के अंदर भाजपा विधायकों ने हनुमान चालीसा पढ़ी थी. साथ ही धार्मिक नारेबाजी की थी. इसे लेकर मांझी से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे संसदीय मर्यादा के खिलाफ बताया. मांझी ने कहा, ऐसा आचरण विधानसभा में नहीं होना चाहिए. इसी दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, हम तो रामायण, राम और रावण को काल्पनिक मानते हैं. फिर भी कहानी की बात करो तो राम से ज्यादा कर्मठ रावण था. कल्पना के आधार पर राम-रावण की बात करने से बेहतर है कि भाजपा को गरीबी के मुद्दे पर बात करनी चाहिए.

फिसलती रहती है मांझी की जुबान, पढ़िए 5 विवादित बयान

1. नहीं मानता राम को महापुरुष

जीतन राम मांझी ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर बिहारी स्कूलों के सिलेबस में रामायण शामिल करने के प्रस्ताव का विरोध किया था. तब मांझी ने कहा था कि मैं नहीं मानता भगवान श्रीराम कोई जीवित महापुरुष थे. रामायण में बताईं बातें जरूरी सीखने लायक है. मांझी के इस बयान पर बहुत हंगामा मचा था.

2. राम ही नहीं अल्लाह पर भी सवाल उठा चुके मांझी

ऐसा नहीं है कि मांझी ने भगवान राम पर ही सवाल खड़े किए हैं. वे अल्लाह पर भी विवादित कमेंट कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि मस्जिद में लाउडस्पीकर पर ऐसे अजान दी जाती है, जैसे अल्लाह बहरा हो गया है. इस बयान पर बेहद होहल्ला हुआ था.

3. अमीरों के पति दार्जिलिंग, पत्नी शिमला में, चिट्ठी से पैदा हो जाते हैं बच्चे

जीतन राम मांझी ने हाल ही में अमीरों और गरीबों के यहां पैदा होने वाले बच्चों की संख्या के अंतर पर विवादित बयान दिया था. मांझी ने कहा था कि अमीर लोगों का ये हाल है पति दार्जिलिंग में और पत्नी शिमला में रहती है, फिर तो पोस्टकार्ड पर ही इनके बच्चे पैदा होते हैं. गरीब लोग अपनी पत्नी के साथ रहते हैं, इसलिए उनके ज्यादा बच्चे हो जाते हैं. यह बयान देकर मांझी साल 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान भी विवादों में घिर चुके हैं. इसके बावजूद 9 साल बाद उन्होंने फिर से यही बयान दिया है.

4. बेटी चुनाव जीती तो शराबबंदी में जेल गए लोगों को कराऊंगा रिहा

बिहार में हाल ही में हुए निकाय चुनावों में जीतन राम मांझी की बेटी ने गया से मेयर पद का चुनाव लड़ा था. बेटी के चुनाव प्रचार के दौरान मांझी ने एक विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा, मेरी बेटी अगर जीत गई तो शराबबंदी के आरोप में जो भी लोग जेल में बंद हैं. उन्हें निकालने की कोशिश की जाएगी.

5. बिहार में संकट, राहुल गांधी, चिराग पासवान और तेजस्वी यादव मना रहे हनीमून

साल 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जीतन राम मांझी ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और चिराग पासवान पर निशाना साधा था. उन्होंने इन तीनों के बिहार से जुड़ा मुद्दा उठने पर गायब होने का सवाल खड़ा किया था. इस दौरान मांझी ने कहा था कि बिहार से जुड़ा मुद्दा जब भी आता है तो राहुल गांधी, चिराग पासवान और तेजस्वी यादव कहीं हनीमून मनाने चले जाते हैं.

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