पत्रकार Rana Ayyub को लंदन जाने से रोका गया, 1 अप्रैल को ईडी करेगी पूछताछ 

| Updated: Mar 30, 2022, 04:58 PM IST

Rana Ayyub: राणा अय्यूब पर कोविड-19 के दौरान इकट्ठा किए गए फंड का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है. 

डीएनए हिंदीः पत्रकार राणा अय्यूब को मंगलवार को लंदन जाने से रोक दिया गया. उनपर कथित मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा हुआ है जिसकी जांच ED द्वारा की जा रही है. वह मुंबई एयरपोर्ट से लंदन जा रही थीं और इसी दौरान उन्हें रोका गया था. राणा अय्यूब पर कोविड-19 के दौरान इकट्ठा किए गए फंड का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है. 

राणा अय्यूब ने ट्विटर पर लिखा, "मुझे आज मुंबई से लंदन के लिए यात्रा करने और जर्नलिज्म फेस्ट में भारत के लोकतंत्र विषय पर स्पीच देने से रोक दिया गया. मैंने इस घोषणा को हफ्तों पहले सार्वजनिक किया था. इसके बाद मुझे ईडी ने समन भेजा और आज मुझे लंदन जाने से रोका गया." 

वाशिंगटन के इंटरनेशनल सेंटर फॉर जर्नलिस्ट्स ने राणा अय्यूब को महिला पत्रकारों के खिलाफ ऑनलाइन हिंसा पर चर्चा के लिए यूके में आमंत्रित किया था. यह एक नॉन प्राफिट संस्था है. राणा अय्यूब अकसर ट्वीट करती है कि ट्रोल्स उन्हें ऑनलाइन उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी देते रहते हैं.

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वहीं एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट उनसे 1 अप्रैल को पूछताछ करने वाला है. राणा आय्यूब के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की एफआईआर विकास सांकृत्यायन नाम के आदमी द्वारा दायर की गई थी जो हिंदू आईटी सेल नामक एक एनजीओ के संस्थापक हैं. 

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ईडी के सूत्रों के अनुसार, राणा अय्यूब ने 2020 और 2021 के बीच धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए केटो नामक एक ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ​​2.69 करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि जुटाई थी. इसके जवाब में राणा अय्यूब का कहना है कि केटो के माध्यम से प्राप्त पूरे फंड का हिसाब उनके पास है और पैसों का दुरुपयोग नहीं किया गया है. वहीं ईडी का कहना है कि फंड का उपयोग ठीक तरीके से नहीं किया गया था. 

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