सिपाही भर्ती में दौड़ लगाते समय 25 कैंडिडेट बेहोश, 3 की मौत, तीन दिन में 100 युवा पहुंच चुके अस्पताल

कुलदीप पंवार | Updated:Aug 31, 2024, 11:58 AM IST

अस्पताल में नीचे जमीन पर पड़े ये युवा Jharkhand Excise Constable भर्ती में बेहोश होने का दावा किया जा रहा है. (फोटो-X)

Jharkhand News: झारखंड के पलामू में भयंकर गर्मी के बीच आयोजित उत्पाद सिपाही भर्ती का फिजिकल टेस्ट जानलेवा साबित हो रहा है. इस टेस्ट में एक घंटे में 10 किलोमीटर दौड़ना पड़ रहा है.

Jharkhand News: झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा का फिजिकल टेस्ट (JSSC Excise Constable Physical Test 2024) देते समय 3 युवकों की मौत हो गई है, जबकि 22 अन्य अभी अस्पताल में भर्ती हैं. भयंकर गर्मी के बीच पलामू जिले में 27 अगस्त को शुरू हुए फिजिकल टेस्ट में अब तक 82 कैंडिडेट दौड़ते समय बेहोश होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं. गिरिडीह में भी शुक्रवार को दौड़ते समय एक युवक के बेहोश होकर गिरने की घटना हुई है. सुमित नाम का यह युवक इस समय अस्पताल में जिंदगी-मौत से जूझ रहा है. इसे लेकर हर तरफ हल्ला मचा हुआ है, जिसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अफसरों को तलब किया है. इसके बाद भर्ती की दौड़ का समय सुबह 4.30 बजे कर दिया गया है. 

दो ने मेदिनीनगर और एक ने रिम्स में तोड़ा दम

पलामू में फिजिकल टेस्ट के दौरान बेहोश हुए युवाओं को मेदिनीनगर स्थित मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (Medinirai Medical College and Hospital) में भर्ती कराया गया था. अस्पताल की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनमें भर्ती कराए गए बहुत सारे युवाओं को बिस्तरों की कमी के कारण फर्श पर ही बिना कोई कपड़ा बिछाए लेटा रखा है. हालांकि DNA इन फोटो के सही होने की पुष्टि नहीं कर रहा है. उप-मंडल पुलिस अधिकारी मणिभूषण प्रसाद के मुताबिक, अस्पताल में 25 कैंडिडेट भर्ती कराए गए थे, जिनमें से दो की मौत वहीं पर इलाज के दौरान हो गई है. एक अन्य कैंडिडेट ने रांची रिम्स (Ranchi RIIMS) में दम तोड़ दिया है. मृतकों में 20 वर्षीय अमरेश कुमार, 25 वर्षीय अरुण कुमार और 25 वर्षीय प्रदीप कुमार शामिल हैं.

इस कारण हुई है युवाओं की मौत

अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरके रंजन ने फिजिकल टेस्ट के दौरान युवाओं की मौत का कारण किसी दवा का सेवन करना बताया है. आज तक से बातचीत में डॉ. रंजन ने कहा कि अभी हम मौत का कारण जानने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रारंभिक जांच में इसका कारण सांस फूलना सामने आया है. कुछ लक्षणों के कारण यह शक हो रहा है कि इन युवाओं की सहनशक्ति बढ़ाने के लिए उन्हें बेहोश करने वाली दवा दी गई थी, जिसकी ज्यादा डोज के कारण मौत हो सकती है. हालांकि उन्होंने इस बारे में अभी कोई भी पुख्ता जानकारी नहीं होने की बात कही है. 

लड़कों को 10 किमी और लड़कियों को 5 किमी लगानी है दौड़

झारखंड उत्पाद सिपाही के फिजिकल टेस्ट (Jharkhand Utpad Sipahi Physical Test 2024) में लड़कों को एक घंटे में 10 किलोमीटर और लड़कियों को 40 मिनट में 5 किलोमीटर दौड़ लगानी है. जिले में इस समय भयानक गर्मी पड़ रही है, जिसके चलते अभ्यर्थियों के लिए इस बेंचमार्क को पार करना सबसे मुश्किल टास्क बना हुआ है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 27 अगस्त से 9 सितंबर तक चलने वाली इस प्रक्रिया में पहले तीन दिन यानी 30 अगस्त तक ही 100 से ज्यादा कैंडिडेट अकेले पलामू जिले में बेहोश हो चुके हैं.

सीएम ने किया ट्वीट तो बदल गया टेस्ट का टाइम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कैंडिडेट्स की मौत को लेकर विपक्षी दलों के हल्ला मचाने के बाद अफसरों को ट्वीट के जरिये इसका संज्ञान लेने का आदेश दिया है. इसके बाद अब तक सुबह 9 बजे शुरू हो रहे फिजिकल टेस्ट का टाइम बदलकर सुबह 4.30 बजे कर दिया गया है ताकि दौड़ लगाने का काम ठंड के मौसम में ही आराम से पूरा हो जाए.

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