Karnataka Polls 2023: लिंगायतों को साधने के दांव में कांग्रेस, क्या वोटरों को रिझा पाएंगे राहुल गांधी?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Apr 30, 2023, 01:13 PM IST

कांग्रेस नेता राहुल गांधी. (फोटो- Twitter/Congress)

लिंगायत वोटरों को रिझाने के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं. राहुल गांधी खुद लिंगायतों को रिझाने का दांव चल रहे हैं.

डीएनए हिंदी: कांग्रेस (Congress) पार्टी लिंगायत वोटरों को रिझाने में जुट  गई है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कर्नाटक (Karnataka) में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लिंगायत समुदाय तक पहुंचकर सभी को हैरान कर दिया. हालांकि, राजनीतिक गलियारों में यह सवाल बरकरार है कि क्या वह लिंगायत वोट बैंक को कांग्रेस की ओर झुका पाएंगे और उसे सत्ता में ला पाएंगे?

लिंगायतों के बीच उनकी पहुंच पर इतना जोर क्यों दिया जाता है? लिंगायत नेताओं, पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी तक उनकी पहुंच और आरोपों से भारतीय जनता पार्टी पार्टी तिलमिलाई है, इसकी एक वजह है.  

BJP ने कांग्रेस के खिलाफ बनाई रणनीति

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), स्मृति ईरानी, धर्मेंद्र प्रधान और बीजेपी के अन्य राष्ट्रीय नेता चुनाव प्रचार में जमीन पर उतर गए हैं. वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक बी समीलुल्ला ने कहा है कि यह सब कर्नाटक में कांग्रेस के पक्ष में पांच फीसदी वोट स्विंग करने को लेकर हो रहा है.

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वोट प्रतिशत बढ़ाने पर है कांग्रेस का जोर

पिछले विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस को 38 प्रतिशत वोट शेयर मिला था. बीजेपी को 36 प्रतिशत वोट मिले, लेकिन यह अधिक सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. JDS को 18 प्रतिशत वोट मिले थे. अब नया वोट बैंक बनाने वाले राष्ट्रीय दलों की जीत होने की उम्मीद है.

कांग्रेस को किस बात की है उम्मीद?

बी समीलुल्ला ने कहा है, 'कांग्रेस को करीब 5 फीसदी वोटों की उम्मीद है. इसके लिए पार्टी को नए वोट हासिल करने होंगे.' लिंगायत नेताओं के BJP से बाहर निकलने के घटनाक्रम के साथ, कांग्रेस को लिंगायत वोटों के 3 फीसदी और वोक्कालिगा वोटों के 2 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है. अगर कांग्रेस इसे प्रबंधित करती है, तो उसके पास बहुमत होगा.'

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यह अच्छी तरह से जानने के बाद, राहुल गांधी की कुडाल संगमा की यात्रा की योजना है, जहां 12वीं सदी के सुधारक बासवन्ना की समाधि स्थित है. उधर, शेट्टार ने आवाज उठानी शुरू कर दी कि लिंगायतों को बीजेपी में दरकिनार कर दिया गया है, इस पृष्ठभूमि में राहुल की यात्रा महत्व रखती है.

स्विंग वोटर्स को रिझाने में जुटी है कांग्रेस

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी का BJP पर तीखा हमला और उसकी विचारधारा बसवन्ना के विपरीत बताने का उद्देश्य कांग्रेस को पांच फीसदी स्विंग वोट हासिल करना है. कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने यह भी कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य केंद्रीय नेता राज्य के कोने-कोने में शहरों में लोगों से इसलिए संपर्क कर रहे हैं, ताकि कांग्रेस को अतिरिक्त वोट स्विंग होने से रोका जा सके.

शेट्टार के बहाने कांग्रेस को घेर रही बीजेपी

बीजेपी पार्टी शेट्टार को निशाना बना रही है और उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर कर रही है. समीउल्ला ने बताया कि बीजेपी सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है और जातिगत कारक उसके पक्ष में काम नहीं करेगा.

क्या लिंगायत देंगे कांग्रेस का साथ?

कांग्रेस लीगल सेल के सचिव सूर्यमुकुंद राज ने कहा है कि राहुल गांधी के प्रयासों से लिंगायत समुदाय के प्रगतिशील लोग कांग्रेस की ओर आकर्षित होंगे. राज कहते हैं कि लिंगायत समुदाय अब भी पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के साथ खड़ा है, लेकिन कांग्रेस के लिए राज्य में 5 प्रतिशत अतिरिक्त वोट हासिल करना आसान है.

सूर्यमुकुंद राज ने कहा है, पिछले विधानसभा चुनाव कांग्रेस 20 से अधिक सीटें 2,500 से 3,000 मतों के अंतर से हार गईं, खासतौर से कल्याण कर्नाटक क्षेत्र में. लेकिन इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी होंगे. खनन दिग्गज से राजनेता बने जनार्दन रेड्डी का कारक भी बीजेपी के खिलाफ काम करेगा. (इनपुट: IANS)

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