डीएनए हिंदी: कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तस्वीर साफ हो गई है. राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 136 सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की है, जबकि 2 सीटों पर अभी आगे चल रही है. वहीं बीजेपी 65 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई है. जेडीएस के खाते में 19 सीटें गई हैं. कांग्रेस के वोट प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हुई है. इस चुनाव में कांग्रेस को 43 प्रतिशत, बीजेपी को 36 और जेडीएस को कुल 13.3% वोट मिला है. जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनके गृह राज्य कर्नाटक में यह चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं था. यह जीत लोगों की जीत है, किसी व्यक्ति की नहीं.
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- कर्नाटक में मिली जाती के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे के घर कांग्रेस नेताओं के अहम बैटक चल रही है. इसमें सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला शामिल है. सूत्रों के मुताबाकि, बैठक में सीएम पद को लेकर चर्चा की जा रही है. कांग्रेस ने रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है.
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.
PM मोदी ने कांग्रेस को दी बधाई: पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस पार्टी को बधाई. लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मेरी शुभकामनाएं. प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने कर्नाटक चुनाव में हमारा समर्थन किया. मैं भाजपा कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की सराहना करता हूं. हम आने वाले समय में और भी अधिक जोश के साथ कर्नाटक की सेवा करेंगे.'
- चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे डीके शिवकुमार: कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार कर्नाटक की कनकपुरा सीट से भारी मतों से जीत दर्ज की है. नतीजों के बाद वह जीत का सर्टिफिकेट लेने चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे हैं.
- कर्नाटक में बीजेपी की इस कदर हार हुई है कि मौजूदा 12 मंत्री पर अपनी सीट नहीं बचा सके हैं. बेल्लारी ग्रामीण, मुधोला विधानसभा, वरुणा, चिक्कनायकनहल्ली और हिरेकेरुरु सीट पर बीजेपी की हार हुई है.
- कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि पीए नरेंद्र मोदी को लगता है कि मतदाता उनके चेहरे को देखकर भाजपा को वोट देंगे, यह गलत साबित हुआ है.
- भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बागी और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार जबसे कांग्रेस में गए हैं, तब से उनकी सीट पर भी लोगों की नजरें टिकी हैं.
-चित्तपुर में प्रियंक खड़गे की हुई जीत
मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक ने 13,640 वोटों से चुनाव जीत लिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे चित्तपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार थे. यह सीट आरक्षित वर्ग के लिए है. बीजेपी ने इस विधानसभा सीट से मणिकांत राठौड़ को खड़ा किया है. साल 2018 के चुनाव में प्रियांक खड़गे इस सीट पर अजेय रहे थे. उन्हें कुल 69,700 वोट मिले थे.
यह विधानसभा सीट इसलिए भी चर्चा में आई थी क्योंकि आरोप लगे थे कि बीजेपी उम्मीदवार मणिकांत राठौड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष और उनके परिवार की हत्या की साजिश रची है. इस सीट पर अब सबकी नजरें टिकी हैं.
कनकपुरा में 8वीं बार जीते डीके शिवकुमार
डीके शिवकुमार एक बार फिर चुनाव जीत गए. यह लगातार उनकी आठवीं जीत है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार की वजह से यह सीट चर्चा में आ गई है. वह सात बार इस सीट से जीत चुके हैं. कांग्रेस ने एक बार फिर उन्हें इस सीट के लिए उम्मीदवार बनाया है. उनकी अपनी जमीन पर मजबूत पकड़ मानी जाती रही है. साल 2018 के चुनावों में, डीके शिवकुमार ने 127,552 वोटों से जीत हासिल की, जबकि उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले जेडीएस उम्मीदवार नारायण गौड़ा केवल 47,643 वोट हासिल करने में सफल रहे थे.
हुबली से जगदीश शेट्टार हारे, बीजेपी उम्मीदवार ने दी पटखनी
जगदीश शेट्टर हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से पीछे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर हार गए हैं. भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर कांग्रेस में गए पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार कांग्रेस के टिकट पर इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़े. जगदीश शेट्टार 1999 से लेकर 2018 तक अजेय रहे हैं. कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार उन्हें हराने में सफल नहीं हुआ. इन चुनावों में उनकी जीत का अंतर क्रमशः 25,000, 26,000, 17,000 और 21,000 वोट रहा है. जगदीश शेट्टार के खिलाफ बीजेपी ने महेश तेंगिनाकई को उतारा है. उन्होंने जीत हासिल कर ली है. जेडीएस से सिद्धलिंगेश्वर गौड़ा महंत भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. त्रिकोणीय मुकाबले में देखने वाली बात यह है कि जीत किसकी होती है.
चन्नापटना में कुमारस्वामी का जलवा कायम
चन्नापटना में शुरुआती रुझानों में कुमारस्वामी आगे चल रहे हैं. उनके खिलाफ बीजेपी से सीपी योगेश्वर और कांग्रेस से गंगाधर एस ताल ठोक रहे हैं. यह सीट जेडीएस का गढ़ है.
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शिगगांव में बसवराज बोम्मई चल रहे हैं आगे
कर्नाटक के वर्तमान मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई हावेरी जिले के शिगगांव विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं. वह इस विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं. कांग्रेस दूसरे नंबर पर है. कांग्रेस ने उनके खिलाफ यासिर अहमद खान को उतारा है. दोनों उम्मीदवारों के बीच चुनावी जंग बेहद दिलचस्प हो गई है. अब देखने वाली बात यह होगी कि इस विधानसभा सीट पर कैसे सियासी समीकरण होने वाले हैं.
वरुणा में कायम सिद्धारमैया का जलवा
यह निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस के दिग्गज नेता सिद्धारमैया का गढ़ है. उन्होंने इस विधानसभा सीट से एक बार फिर चुनाव जीत लिया है. उन्होंने इस विधानसभा सीट से 2018 के चुनावों में अपने बेटे यतींद्र को उतारा था. अब सिद्धारमैया यहां से ताल ठोक रहे हैं. बीजेपी ने इस सीट से मंत्री वी सोमन्ना को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनावों में, कांग्रेस उम्मीदवार यतींद्र एस 96,435 मतों से जीते थे, वहीं बीजेपी उम्मीदवार थोट्टप्पा बसवराजू को 37,819 वोट मिले थे.
तीर्थहल्ली में कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा कर रहे संघर्ष
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने किममाने रत्नाकर को अपना उम्मीदवार बनाया है. 2018 के चुनाव में इस सीट पर अरागा ज्ञानेंद्र ने 67,527 वोटों से जीत हासिल की थी. इस बार बीजेपी के सियासी समीकरण बिगड़ने नजर आ रहे हैं.
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पुलकेशिनगर में क्या अखंड श्रीनिवास को बढ़त
साल 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान इस सीट पर जीत का सबसे ज्यादा अंतर से दर्ज की गई थी. कांग्रेस उम्मीदवार अखंड श्रीनिवास मूर्ति को 97,574 वोट मिले, वहीं एसबी प्रसन्ना कुमार को 15,948 वोट मिले. दोनों उम्मीदवारों के बीच करीब 81,626 वोटों का भारी अंतर था.
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