डीएनए हिंदी: Karnataka Election 2023- कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने बुधवार को 40 स्टार कैंपेनरों को चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है. इस लिस्ट के जरिये कांग्रेस ने दो काम किए हैं. एकतरफ कर्नाटक चुनाव के लिए अपने प्रचार का खाका पेश किया है. वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश और पंजाब के लिए राजनीतिक संकेत भी दे दिए हैं. कांग्रेस ने अपने स्टार कैंपेनर लिस्ट से राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, हाल ही में जेल से छूटकर आए पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को दूर रखा है, जबकि सचिन पायलट के विपक्षी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस लिस्ट में शामिल हैं.
मुख्यमंत्रियों को भी दी जिम्मेदारी
कांग्रेस ने अपनी सत्ता वाले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह बघेल और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी स्टार कैंपेनर्स में शामिल किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी से लेकर भाजपा छोड़कर कांग्रेसी बने मौजूदा डिप्टी सीएम जगदीश शेट्टर लिस्ट में प्रमुख चेहरे हैं. लिस्ट में शामिल अन्य कांग्रेसी दिग्गजों में कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार, नेता विपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, शशि थरूर, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, पार्टी कम्युनिकेशन इंचार्ज जयराम रमेश, बेंगलुरु देहात सांसद डीके सुरेश और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण शामिल हैं.
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पायलट को भारी पड़ा धरना, दिग्विजय को बड़बोलापन
सचिन पायलट ने हाल ही में अपनी ही सरकार के खिलाफ राजस्थान में धरना दिया था, जिसे कांग्रेस आलाकमान ने सही नहीं माना था. इसके बाद पायलट के भाजपा में जाने की अफवाहें दोबारा उड़ी थीं. माना जा रहा है कि पार्टी ने उन्हें कैंपेनर लिस्ट से हटाकर राजस्थान की राजनीति के लिए स्पष्ट संकेत दिए हैं. इसी तरह दिग्विजय सिंह के बयान पार्टी के लिए मुसीबत बनते रहे हैं. हाल ही में उनके कई बयानों का पार्टी को बाद में स्पष्टीकरण देना पड़ा. उन्हें भी कैंपेनिंग से दूर रखने का कारण यही माना जा रहा है. सबसे ज्यादा आश्चर्य नवजोत सिद्धू को लिस्ट में शामिल नहीं करना रहा है, जो हाल ही में रोडरेज केस में अपनी सजा काटकर जेल से छूटे हैं. सिद्धू दिग्गज भारतीय क्रिकेटर रहे हैं और कर्नाटक के युवाओं में क्रिकेट का क्रेज कम नहीं है. इसके बावजूद उन्हें कैंपेनिंग से दूर रखा गया है. हालांकि इसका एक कारण सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर की बीमारी भी हो सकती है.
सिद्धरमैया ने भरा वरुणा सीट से पर्चा
कर्नाटक के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने नामांकन खत्म होने से एक दिन पहले बुधवार को पर्चा भर दिया है. उन्होंने वरुणा विधानसभा सीट से अपना नामांकन भरा है. उन्होंने कहा, कांग्रेस सेक्युलर पार्टी है. हम धर्म या जाति के नाम पर वोट नहीं मांग रहे हैं. हमें उम्मीद है कि लिंगायत, वोक्कालिंगा और अन्य सभी समुदायों के वोट हमें मिलेंगे. बता दें कि 7 अप्रैल को सिद्धरमैया ने इस बार अपना आखिरी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी. उन्होंने इसके बाद राजनीति से रिटायर होने की बात कही थी. उन्होंने वरुणा सीट से चुनाव लड़ने की बात इसलिए कही थी, क्योंकि इसी के दायरे में उनका गांव आता है और वे अपना आखिरी चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
कल बंद होंगे राज्य में नामांकन
10 मई को होने वाले मतदान के लिए राज्य में 20 अप्रैल तक ही नामांकन भरे जाने हैं. राज्य में नई सरकार का गठन 13 मई को मतगणना के बाद घोषित परिणामों के आधार पर होगा.
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