करणी सेना अध्यक्ष गोगामेड़ी की हत्या में पहली गिरफ्तारी, जानिए सामने आया है क्या अपडेट

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 09, 2023, 08:39 PM IST

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में गिरफ्तार किया गया हत्यारा.

Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में आए रामवीर पर दोनों हत्यारों रोहित और नितिन की मौके से भागने में मदद करने का आरोप है.

डीएनए हिंदी: Rajasthan Latest News- करणी सेना अध्यक्ष व राजपूत नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के 4 दिन बाद पुलिस ने इस मामले में पहली गिरफ्तारी की है. गोगामेड़ी की 5 दिसंबर को जयपुर में उनके घर पर ही मेहमान बनकर आए हत्यारों ने गोलियों से भूनकर जघन्य तरीके से हत्या कर दी थी. इस हत्या को लेकर पूरे देश में उबाल का माहौल बना हुआ है. पुलिस ने इस मामले में रामवीर नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिस पर हत्यारों को मौके से भागने में मदद करने का आरोप है. पुलिस के मुताबिक, रामवीर ही अपनी बाइक पर बैठाकर दोनों शूटर्स रोहित और नितिन को गोगामेड़ी की कोठी से अजमेर रोड तक लेकर गया था. रामवीर और नितिन एक ही गांव के रहने वाले हैं.

चाय पीते-पीते बरसा दी थीं गोलियां

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या 5 दिसंबर को उस समय कर दी गई थी, जब वे अपने घर पर ही ड्राइंगरूम में चार लोगों के साथ बैठकर चाय पी रहे थे. बातचीत के दौरान चाय पी रहे लोगों में से दो अचानक अपनी कुर्सियों से उठे और पिस्टल निकालकर गोगामेड़ी पर लगातार गोलियां दाग दी. गोगामेड़ी वहीं फर्श पर गिर गए और हत्यारे वहां से भाग निकले थे. यह दहलाने वाला वाकया सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था. इस सनसनीखेज हत्या से राजपूत समाज में रोष का माहौल बना हुआ है. विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में बदलाव से गुजर रहे राजस्थान में जगह-जगह इस हत्या के विरोध में विशाल प्रदर्शन हो रहे हैं. 

गैंगस्टर रोहित गोदारा के शूटर्स बताए गए थे हत्यारे

पुलिस ने गोगामेड़ी के घर पर गोलियां बरसाने वाले तीन शूटर्स में से एक की पहचान नवीन सिंह शेखावत के तौर पर की है, जो गोगामडी के सिक्योरिटी गार्ड की फायरिंग में मौके पर ही मारा गया था. सिक्योरिटी गार्ड भी गोलियां लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हुआ है. इस हत्याकांड की जिम्मेदारी गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली थी. उसने कहा था कि हत्या करने वाले शूटर्स उसी के भेजे हुए हैं. विदेश में फरार गोदारा पंजाब के गैंगस्टर गोल्डी बरार और हरियाणा-राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताया जाता है.

सत्ता में आई भाजपा के लिए चुनौती बन गया है हत्याकांड

विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस पर भारी-भरकम जीत के साथ भाजपा ने पॉवर अपने कब्जे में कर ली है, लेकिन सत्ता संभालने से पहले ही इतनी बड़ी घटना पार्टी के लिए चुनौती बन गई है. मतगणना को 6 दिन बीतने के बाद भी भाजपा राजस्थान में सरकार का गठन नहीं कर सकी है, क्योंकि अब तक पार्टी देश के इस सबसे बड़े क्षेत्रफल वाले राज्य में मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय नहीं कर सकी है. गोगामेड़ी के समर्थकों ने इस मामले को आतंकी घटना बताते हुए इसकी जांच NIA से कराने की मांग की है. 

कांग्रेस पर भी उठ रहे हैं सवाल

इस मामले में गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत के दावों ने कांग्रेस को भी मुश्किल में फंसा दिया है. शीला शेखावत ने पुलिस को दी FIR में दावा किया है कि पंजाब पुलिस ने उनके पति की हत्या की आशंका जताई थी. उन्होंने दावा किया है कि पंजाब पुलिस ने इस बारे में राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को फरवरी में ही पत्र लिखकर चेतावनी दी थी. यह इनपुट जयपुर एंटी टैरर स्क्वॉड को भी मिला था. शीला शेखावत का आरोप है कि इसके बावजूद तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और DGP ने उनके पति को सिक्योरिटी कवर नहीं दिया. इसके चलते ही उनकी हत्या करने में शूटर्स सफल रहे हैं. 

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