The Kashmir Files: फिल्म से 'माहौल बिगड़ने' की आशंका, राजस्थान के कोटा में धारा 144 लागू 

पुष्पेंद्र शर्मा | Updated:Mar 21, 2022, 11:49 PM IST

rajasthan kota section 144 the kashmir files

Kota में 22 मार्च से धारा 144 लागू की जाएगी और 21 अप्रैल तक जारी रहेगी. 

डीएनए हिंदी: राजस्थान के कोटा में 'द कश्मीर फाइल्स' की स्क्रीनिंग के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है. यह 21 अप्रैल तक जारी रहेगी. इसके तहत शहर में भीड़ इकट्ठा होने, जुलूस, रैली, धरने या प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी. कोटा जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय की ओर से जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि शहर में मंगलवार 22 मार्च से धारा 144 लागू की जाएगी और 21 अप्रैल तक जारी रहेगी. 

क्या है धारा 144?
1973 की आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 किसी भी राज्य या क्षेत्र के कार्यकारी मजिस्ट्रेट को एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाने का आदेश जारी करने का अधिकार देती है. इसे एहतियाती के तौर पर लागू किया जाता है. धारा 144 का उल्लंघन करने पर अधिकतम तीन साल की सजा का प्रावधान है. 

गहलोत ने दिया था यह जवाब 
जहां एक ओर भाजपा शासित राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है तो वहीं राजस्थान की कांग्रेस सरकार इससे सद्भाव बिगड़ने की आशंका जता रही है. हाल ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा था कि कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर किसी बहस-मुबाहिसा की आवश्यकता नहीं है. मीडिया और सोशल मीडिया में इस फिल्म पर जो डिबेट होती हैं, उससे भाईचारे एवं सद्भाव का माहौल बिगड़ता है, मीडिया को इससे बचना चाहिए. 

The Kashmir Files देखकर लौट रहे बीजेपी सांसद की गाड़ी पर फेंका बम 

उन्होंने इसके बाद दूसरे ट्वीट में कहा, तत्कालीन परिस्थितियों में क्या हालात थे, उस पर वर्तमान में विवेचना को उचित नहीं कहा जा सकता. उस समय कश्मीर से पंडितों का जो पलायन हुआ उसका दर्द सभी देशवासियों को हुआ, चाहे वो किसी भी धर्म के हों. फिल्म के नाम पर जो माहौल बनाया जा रहा है, उससे हिन्दू-मुस्लिम सहित विभिन्न धर्मों के बीच खाई और बढ़ेगी, जो किसी भी प्रकार से देशहित में नहीं है. 

बहस का विषय बनी फिल्म
विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित ब्लॉकबस्टर फिल्म ब्लॉकबस्टर हिट होने के बावजूद बहस का विषय बन गई है. फिल्म 1990 में घाटी से कश्मीर पंडितों के पलायन पर केंद्रित है. यह 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. हालांकि इसे शुरू में भारत में कम स्क्रीन पर लॉन्च किया गया था लेकिन इसकी बढ़ी डिमांड के कारण देशभर में अधिक स्क्रीन पर दिख्राया जाने लगा है. 

किस 'विवादित' JNU प्रोफेसर पर आधारित है The Kashmir Files का यह किरदार ?

अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी और अन्य अभिनीत फिल्म को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई लोगों ने सराहा है वहीं कई लोगों ने फिल्म की आलोचना भी की है. ऐसे दावे भी किए गए हैं कि फिल्म में हुई घटनाओं का झूठा चित्रण दिखाया गया है. इसपर निर्देशक विवेक अग्निहोत्री का कहना है कि हर एक घटना, राजनीतिक तर्क, संदर्भ बिल्कुल सही हैं. उन्हें नकारने वाला कोई भी व्यक्ति या तो भोला है, शातिर है या सच से इनकार करने वाला है. 

7 सीन काटने के बाद रिलीज की गई थी The Kashmir files

कम बजट में बनी द कश्मीर फाइल्स ने बॉक्स ऑफिस पर केवल सात दिनों में 100 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर ली थी और अब यह 200 करोड़ रुपये के करीब पहुंच रही है. 

The Kashmir Files पर बोले आमिर खान, 'हर हिंदुस्तानी को समझना चाहिए कि...'

राजस्थान कोटा धारा 144 द कश्मीर फाइल्स Kota