Rahul Bhatt के अंतिम संस्कार में लगे 'बीजेपी हाय-हाय' के नारे, पत्नी बोलीं- कश्मीरी पंडित हैं बलि का बकरा

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 13, 2022, 01:49 PM IST

राहुल भट्ट की पत्नी ने उठाया कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा का मुद्दा

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हाथों मारे गए कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की पत्नी ने कहा है कि कश्मीरी पंडितों को आतंकियों की ओर से टारगेट किया जा रहा है.

डीएनए हिंदी: जम्मू-कश्मीर के वडगाम में कश्मीरी पंडित राहुल भट को आतंकियों ने दिन-दहाड़े गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. शुक्रवार को उनके अंतिम संस्कार के दौरान लोगों ने 'बीजेपी हाय-हाय' और 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए. उनके परिवार ने मामले में जांच की मांग की है. राहुल भट की पत्नी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडिंत सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को कश्मीरी पंडितों की फिक्र नहीं है और उन्हें ही बलि का बकरा बनाया जा रहा है. 

राहुल भट्ट की पत्नी मीनाक्षी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार सुरक्षा के बारे में नहीं सो रही है. मीनाक्षी ने सेना से अपील की है कि वह हत्यारों को दो दिन में मार गिराए. मीनाक्षी ने आगे कहा, 'कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं हैं. आतंकियों को दहशत फैलानी है इसलिए वे कश्मीरी पंडितों को टारगेट कर रहे हैं. सरकार को भी हमारी फिक्र नहीं है. हमें ही बलि का बकरा बनाया जा रहा है.'

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सेना ने किया है दो दिन में आतंकियों को मारने का वादा
हमले में अपने पति को गंवाने वाली मीनाक्षी ने कहा, 'आर्मी ने कहा है कि आतंकियों को दो दिन में मारेंगे. लेकिन मेरा सवाल है कि पहले ही इन आतंकियों को क्यों नहीं मारते? सिक्योरिटी क्यों नहीं रखते? अब मेरे पति को मार दिया गया, तब आतंकियों को मारेंगे.' मीनाक्षी ने यह भी कहा कि चडूरी तहसील में उस समय कोई सुरक्षा ही नहीं थी, जब आतंकियों ने राहुल भट्ट को गोली मार दी.

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इस तरह से सार्वजनिक जगह पर तहसील ऑफिस के अंदर नाम पूछकर गोली मार दिए जाने की वजह से स्थानीय लोग आक्रोशित हैं. स्थानीय लोगों की मांग है कि कश्मीरी पंडितों को फुलप्रूफ सुरक्षा दी जाए. इससे पहले, चडूरा शहर में तहसील दफ्तर के अंदर राहुल भट्ट को आतंकियों ने गोली मार दी थी. राहुल भट्ट को प्रवासियों के लिए विशेष पैकेज के तहत साल 2010-11 में सरकारी नौकरी मिली थी. 

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पिता ने लगाए साजिश के आरोप
राहुल भट्ट के पिता ने साजिश का आरोप लगाया है. राहुल के पिता ने सवाल पूछा है कि वहां उस समय 100 से ज्यादा लोग थे लेकिन सिर्फ राहुल को ही गोली क्यों मार दी गई? उन्होंने इस घटना की जांच कराए जाने की मांग की है.

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