डीएनए हिंदी: राष्ट्रीय राजधानी में 26 जनवरी को लेकर दिल्ली पुलिस समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है. इस बीच दिल्ली के पश्चिम बिहार इलाके में महौल खराब करने की कोशिश की गई है. यहां दीवार पर स्प्रे से सिख फॉर जस्टिस और खालिस्तान जिंदाबाद के पोस्टर व रेफरेंडम 2020 जैसे नारे लिखे गए हैं. पुलिस ने इन नारों को मिटवा दिया और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने कहा, "कुछ लोगों ने दिल्ली में कुछ स्थानों पर राष्ट्र-विरोधी, खालिस्तान-संबंधी नारे लिख दिए थे. यह सुरक्षा-संबंधी मुद्दा नहीं है. इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी." उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि गणतंत्र दिवस से पहले कोई गलत गतिविधि न हो.
ये भी पढ़ें- Exclusive: हिंदू शेर का बच्चा हूं, सनातनी कब तक टारगेट बनेंगे? विवाद पर जमकर बरसे धीरेंद्र शास्त्री
उन्होंने कहा कि इससे हमारी सुरक्षा प्रभावित नहीं होती है. क्योंकि एसएफजे (सिख्स फॉर जस्टिस) एक प्रतिबंधित संगठन है, इसलिए यह खबरों में रहना चाहता है. एसएफजे का संचालन अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में रहने वाले कुछ कट्टरपंथी सिख करते हैं. इस संगठन को भारत सरकार ने 2019 में गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया था.
पुलिस ने कई धाराओं में दर्ज किया केस
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईपीसी की धारा 153-बी और 120-बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.