डीएनए हिंदी : देश में बाबाओं और देवी मांओं का लम्बा दबदबा रहा है. ओशो रजनीश से लेकर राम-रहीम तक देश के लोग कई बाबा के भक्त रहे हैं. इन बाबाओं की लिस्ट में कई देवी मां भी शामिल हैं. इन देवी मां में कई काफ़ी विवादों में भी रही हैं. कौन-कौन हैं वे देवी मां और क्यों रहे वे विवाद में, जानिए ?
राधे मां - जिनके भक्त कर्मा और परदेस फिल्म बनाने वाले सुभाष घई भी थे
राधे मां(Radhe Maa) देश की सबसे अधिक विवादित सेल्फ स्टाइल्ड गॉड वुमन रही हैं. राधे मां असल में पंजाब के गुरुदासपुर ज़िले की हैं. उनका वास्तविक नाम सुखविंदर कौर है. राधे मां को अपनी लाल पोशाक के लिए ख़ूब जाना जाता है. करोड़ों की संपत्ति की मालकिन राधे मां पर कई तरह के आरोप लग चुके हैं. पहली बार जब लाल मिनी स्कर्ट में उनकी तस्वीर नज़र आई थी तो हंगामा हुआ था. उन पर अश्लीलता और धोखा देने का आरोप लगा था. अब तक उन पर धोखाधड़ी, अंधविश्वास फ़ैलाने, ग़लत कागजात के साथ कार ख़रीदने, दहेज़ के लिए उत्पीड़ित करने सरीख़े कई आरोप लग चुके हैं. राधे मां(Radhe Maa) अपने आप को दुर्गा का अवतार बताती हैं. फिल्म निर्माता सुभाष घई और अभिनेता रविकिशन भी उनके भक्तों में शामिल हैं.
मां आनंद शीला - ओशो की इस सेक्रेटरी पर लगे कई गंभीर आरोप
कभी धर्मगुरु ओशो की सेक्रटरी रहीं मां आनंद शीला(Anand Sheela) का असली नाम शीला अम्बालाल पटेल है. अभी स्विट्ज़रलैंड में रह रहीं आनंद शीला पर स्वयं ओशो रजनीश ने आरोप लगाए थे. शीला 1981 से 1985 तक अमेरिका के ओरेगॉन के वास्को काउंटी में आश्रम का काम-काज चलाया करती थीं. 1985 में शीला रजनीश के यूरोप भाग गई थी. उसके बाद रजनीश ने शीला(Anand Sheela) पर आगजनी, हत्या की कोशिशों और ज़हरखुरानी का आरोप लगाया. 1986 में शीला को हत्या के आरोप में सज़ा हुई. पैरोल पर निकलने के बाद शीला स्विट्ज़रलैंड चली गई. 1999 में शीला पर एक स्विस कोर्ट ने हत्या की साज़िश रचने के आरोप में सज़ा सुनाई.
हनीप्रीत पर लग चुका है देशद्रोह का आरोप
बलात्कार और हत्या के आरोपी डेरा सच्चा सौदा के रामरहीम गुरमीत सिंह की गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत(Honeypreet) का असली नाम प्रियंका तनेजा है. ताज़ा ख़बरों के मुताबिक़ रामरहीम ने हनीप्रीत के नाम अपनी सारी संपत्ति कर दी है. गौरतलब है हनीप्रीत को रामरहीम के आश्रम में देवी मां का दर्जा मिला हुआ था. हनीप्रीत(Honeypreet) अपने आपको पापा का एंजल कहती हैं. रामरहीम को कोर्ट से फ़रार करवाने की साज़िश के आरोप में उन पर देश द्रोह का मुक़दमा चल चुका है.