डीएनए हिंदी: इस बार देश में दो साल बाद लोगों ने पूरे धूमधाम से बिना किसी तनाव के होली का त्योहार मनाया. इन बीते दो सालों के दौरान होली का त्योहार एक अलार्म की तरह था, जिसके बाद कोरोना के मामले तेजी से बढ़े और लॉकडाउन जैसे हालात तक पैदा हो गए.
इस बार अब तक की स्थिति कुछ अलग है. इस बार होली के बाद कोरोना मामलों में उस तरह बढ़ोतरी नहीं देखी गई है जैसी बीते सालों में नजर आई थी. बीते 24 घंटे की ही बात करें तो कोरोना के सिर्फ 1,549 नए मामले दर्ज हुए हैं. फिलहाल भारत में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 25, 106 है. बेशक यह राहत की बात है, लेकिन दुनिया भर में तेजी से फैल रहा कोविड संक्रमण चिंता का विषय जरूर है.
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केंद्र सरकार ने दिए निर्देश
इसी के तहत होली के बाद अब केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों और सांस संबंधी गंभीर संक्रमण की फिर से निगरानी शुरू करें जिससे किसी भी तरह के शुरुआती संकेत नजरअंदाज न हो सकें और कोविड नियंत्रण में ही रहे. इसी के तहत महाराष्ट्र सरकार भी सतर्क हो गई है. इसी के तहत सभी जिलों में कोविड-19 से जुड़ी गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य बना दिया गया है.
2020 और 2021 में होली के बाद बढ़े थे मामले
2020 में होली के त्योहार के बाद ही कोरोना के मामले तेजी से बढ़े थे. इसके बाद हालात बद से बदतर होते गए. पूरा एक साल कोरोना की दहशत और उससे बचने की कोशिशों में बीता. इसके बाद वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू होने से राहत मिली तो साल 2021 में फिर एक बार लोग बेपरवाह हो गए और नतीजे में सामने आई दूसरी लहर. अब एक बार फिर होली के त्योहार के बाद कोरोना मामलों को लेकर दुनिया भर में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. अगर सतर्कता ना बरती गई तो इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है
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