Ladakh Army truck Accident: लद्दाख में चीन सीमा के पास बड़ा हादसा, भारतीय सेना के 9 जवान शहीद

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 19, 2023, 10:19 PM IST

Ladakh में भारतीय सेना के वाहनों को दुर्गम इलाकों से गुजरना पड़ता है, जिससे हादसे का डर बना रहता है. (File Photo)

Ladakh Army Vehicle Accident: हादसा लेह के पास क्यारी गांव में हुआ है, जब शाम के समय सेना का एक काफिला कहीं जा रहा था. शहीद जवानों में एक जूनियर कमीशन अफसर भी शामिल है.

डीएनए हिंदी: Indian Army Latest News- भारतीय सेना का एक ट्रक लद्दाख में चीन सीमा के पास हादसे का शिकार हो गया है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रक नियंत्रण खोने से शनिवार शाम को गहरी घाटी में गिर गया, जिससे उसमें सवार एक जूनियर कमीशन अफसर (JCO) समेत 9 जवान शहीद हो गए हैं. लद्दाख में लेह जिले के क्यारी गांव में हुए हादसे में एक जवान गंभीर घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए भेजा गया है. यह गांव चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास है. अन्य घायलों की तलाश में मौके पर भारतीय सेना देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. यह पता नहीं लगा है कि ट्रक में कुल कितने जवान सवार थे. काफिले में कुल 39 सैन्य कर्मी बताए गए हैं.

तीन वाहन शामिल थे गश्ती दल में

सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय सेना के तीन वाहनों का एक गश्ती दल कारू से शाम को रवाना हुआ था. इस गश्ती दल को क्यारी गांव पहुंचना था. इस काफिले में एक अफसरों की जिप्सी, एक एंबुलेंस और एक ट्रक था. काफिले में शामिल वाहनों में 3 सैन्य अफसर, 2 जेसीओ और 34 जवान सवार थे. इस काफिले में शामिल ट्रक शाम के समय हादसे का शिकार हुआ है. घटनास्थल रिमोट एरिया में और बेहद दुर्गम रास्तों पर है. इसके चलते सेना की रेस्क्यू टीमों को वहां पहुंचने में काफी समय लगा है. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.

क्यारी गांव से 7 किलोमीटर पहले हुए हादसा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैन्य अधिकारियों ने बताया कि लेह के पास रिमोट इलाके में मौजूद क्यारी गांव के पास हादसा हुआ है. काफिले को क्यारी गांव ही पहुंचना था, लेकिन गांव पहुंचने से 7 किलोमीटर पहले ही हादसा हो गया. ट्रक के नियंत्रण खोने का कारण पता नहीं लग सका है. माना जा रहा है कि दुर्गम रास्ता होने के कारण किसी तकनीकी खराबी के चलते चालक ट्रक से नियंत्रण खो बैठा होगा. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.