Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन शुरू हो चुके हैं. इस बीच राजनीतिक दल अपने उम्मीदवार ही तय करने में जुटे हुए हैं. भाजपा ने भी 543 सीटों वाली लोकसभा में अब तक 276 सीटों पर ही अपने उम्मीदवार तय किए हैं, जबकि अन्य जगह के लिए पार्टी नाम तय करने की प्रक्रिया से गुजर रही है. बाकी बची सीटों में उत्तर प्रदेश की भी 29 सीटें शामिल हैं, जिनमें लोगों की सबसे ज्यादा निगाहें पीलीभीत और सुल्तानपुर सीट पर लगी हुई हैं. दरअसल इन सीटों से भाजपा 'गांधी परिवार' के दो सदस्यों को उतारती रही है. पीलीभीत सीट से वरुण गांधी (Varun Gandhi) सांसद हैं, जबकि सुल्तानपुर सीट से उनकी मां व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी (Maneka GandhI) सांसद हैं. चर्चा चल रही है कि इस बार वरुण और मेनका के टिकट काटे जा सकते हैं. ये चर्चा सही साबित होगी या भाजपा वरुण-मेनका पर ही भरोसा दिखाएगी, इसका फैसला शनिवार (23 मार्च) को होने जा रहा है. भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पार्टी शनिवार को अपनी चौथी सूची जारी करेगी, जिसमें पीलीभीत और सुल्तानपुर समेत उत्तर प्रदेश की भी कई सीटें शामिल होंगी.
शनिवार को है यूपी कोर ग्रुप की पार्टी हाईकमान से बैठक
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की बची हुई सीटों पर उम्मीदवार तय करने के लिए शनिवार को दिल्ली में एक खास बैठक रखी गई है. इस बैठक में भाजपा हाईकमान के साथ यूपी कोर ग्रुप के नेता शामिल होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) शामिल हैं. इस बैठक में ही वरुण गांधी और मेनका गांधी के भविष्य पर भी फैसला लिया जाएगा. इसके बाद प्रदेश की कई सीटों के उम्मीदवार शनिवार को ही घोषित किए जाएंगे. इनमें मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) का भी नाम हो सकता है, जिन्हें यादव परिवार की परंपरागत मैनपुरी सीट पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) के सामने उतारने की चर्चा चल रही है.
वरुण और मेनका से नाराज चल रहा है हाईकमान
वरुण गांधी और मेनका गांधी से भाजपा हाई कमान के नाराज होने की चर्चा पिछले काफी समय से चल रही है. इसके संकेत वरुण गांधी के हालिया बयानों से भी मिलते रहे हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा नेताओं पर निशाना साधा जाता रहा है. साथ ही केंद्र सरकार की नीतियों की भी आलोचना की जाती रही है. खासतौर पर वरुण गांधी किसान आंदोलन के पक्ष में सक्रिय दिखाई दिए हैं.
वरुण ले चुके हैं पीलीभीत सीट के लिए नामांकन पत्र
भाजपा से टिकट मिलेगा या नहीं, यह भले ही अब तक तय नहीं है. लेकिन वरुण गांधी पीलीभीत सीट से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं, यह बात तय हो चुकी है. दरअसल वरुण गांधी के निजी सचिव ने बुधवार को ही नामांकन पत्र खरीद लिया था. इसके बाद चर्चा आई थी कि वरुण को पीलीभीत सीट से चुनाव लड़ने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपनी पार्टी के टिकट का ऑफर दिया है. हालांकि वरुण ने अब तक यह ऑफर स्वीकार नहीं किया है. यह भी चर्चा है कि वरुण गांधी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी मैदान में उतर सकते हैं. वरुण गांधी ने इस दौरान पीलीभीत में जनसभा के जरिये अपनी ताकत भी दिखाई है, जिसमें भारी संख्या में उनके समर्थक उमड़े थे.
पहले ही चरण में हैं पीलीभीत में चुनाव
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव आयोग ने 7 चरण में चुनाव कराने की तैयारी की है. इसमें पीलीभीत सीट पर पहले ही चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा, जिसके लिए नामांकन प्रक्रिया 19 मार्च को शुरू हो चुकी है. सुल्तानपुर सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा.
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