Madhavi Lata Viral Video: हैदराबाद सीट पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी जैसे मजबूत मुस्लिम नेता को कड़ी टक्कर दे रहीं भाजपा उम्मीदवार के. माधवी लता (Kompella Madhavi Latha) मुश्किल में फंस गई हैं. माधवी लता के खिलाफ चौथे चरण के मतदान के बीच सोमवार को FIR दर्ज हो गई है. माधवी के ऊपर आरोप है कि उन्होंने हैदराबाद के एक पोलिंग बूथ पर बुर्का पहनकर वोट डालने आईं मुस्लिम महिलाओं को हिजाब हटाकर अपना चेहरा वोटर आईडी कार्ड के साथ मैच कराने के लिए मजबूर किया है. इस घटना का वीडियो वायरल (Viral Video) होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने माधवी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया, जिसके बाद हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने माधवी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. माधवी लता चुनाव प्रचार के दौरान भी अपने तीखे बयानों के लिए विवादों में रह चुकी हैं.
इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ है मुकदमा
माधवी लता के खिलाफ हैदराबाद कलेक्टर ऑफिस के निर्देश पर मालकपेट पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ IPC की धारा 171सी, 186, 505 (1)(सी) के अलावा जनप्रतिनिधित्व कानून (Representation of the People Act) की धारा 132 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. हैदराबाद के कलेक्टर रोनाल्ड रॉस ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में इसकी पुष्ट की है. ट्वीट में कहा गया है, 'मालकपेट पुलिस स्टेशन में BJP उम्मीदवार श्रीमती माधवी लता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.'
क्या दिख रहा है वायरल वीडियो में
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में भाजपा उम्मीदवार माधवी लता किसी पोलिंग बूथ पर पहुंची हुई हैं. माधवी ने पहले वहां बुर्का पहनकर वोट डालने आईं मुस्लिम महिलाओं के वोटर आईडी कार्ड चेक किए. इसके बाद उन्होंने महिलाओं को बुर्के का हिजाब उठाकर अपना चेहरा दिखाने के लिए कहा ताकि वे वोटर आईड कार्ड से उसका मिलान कर सकें. यह वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया है.
क्या कहते हैं इस बारे में नियम
हैदराबाद के जिला निर्वाचन अधिकारी रोनाल्ड रॉस के मुताबिक, नियमों के हिसाब से किसी भी कैंडीडेट को वोटर की आईडी चेक करने या उसका हिजाब उठाने का अधिकार नहीं है. यदि किसी तरह का संदेह होता है तो कैंडीडेट बूथ पर मौजूद पोलिंग ऑफिसर को वोटर की पहचान चेक करने के लिए आग्रह कर सकता है. इस हिसाब से माधवी लता का खुद हिजाब उठवाकर आईडी कार्ड चेक करना गलत है.
माधवी लता ने कही है ये बात
भले ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने इसे गलत बताया हो, लेकिन माधवी लता इसे कैंडिडेट का अधिकार बता रही हैं. विवाद खड़ा होने के बाद माधवी लता ने ANI से बातचीत में कहा, 'मैं महिला से केवल इतना आग्रह कर रही थी कि वे अपनी पहचान का सत्यापन कराएं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. मैं कैंडीडेट हूं और कानून के हिसाब से कैंडीडेट को बिना फेसमास्क के आईडी कार्ड चेक करने का अधिकार है. मैं कोई पुरुष नहीं हूं, मैं एक महिला हूं और बेहद सम्मान के साथ मैंने उनसे आग्रह किया था. यदि कोई इसे बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है तो इसका मतलब है कि वे डरे हुए हैं.' इस घटना को लेकर माधवी लता के विपक्षी उम्मीदवार असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कोई कमेंट नहीं किया है. हालांकि ओवैसी ने अपने एक्स हैंडल पर इस वायरल वीडियो को शेयर किया है.
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