Lok Sabha Natije 2024: लोकसभा चुनावों की मतगणना के रुझान अब धीरे-धीरे परिणाम में बदलने लगे हैं. यह भी लगभग स्पष्ट हो गया है कि भाजपा नेतृत्व वाले NDA के लिए Lok Sabha Chunav Result बहुत सुखद नहीं रहा है. दूसरी तरफ, Congress नेतृत्व वाले INDIA ने उम्मीद से आगे बढ़कर कमाल कर दिया है. अब तक सामने आए रुझानों के लिहाज से NDA गठबंधन को 297 सीट हासिल होती दिख रही हैं, जबकि INDIA ब्लॉक भी 227 सीटों से ज्यादा जीतता हुआ दिखाई दे रहा है. भले ही सीटों के आंकड़े वाले खेल में BJP अपने सहयोगियों के साथ सरकार बनाने में सफल हो जाए, लेकिन असल में INDIA ब्लॉक ने एकजुटता की ताकत को बखूबी साबित किया है. खासतौर पर कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का कद इन चुनावों के बाद बढ़ना तय माना जा रहा है. इसके अलावा भी कई नेता हैं, जो इन चुनावों में खुद को कद्दावर साबित करने में सफल रहे हैं.
राहुल गांधी अब नहीं कहलाएंगे 'अनाड़ी'
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी में साल 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों के बीच बेहद बदलाव देखने को मिला है. राहुल गांधी ने कांग्रेस को जमीनी स्तर पर वोटर्स से जोड़ने के लिए जो भारत जोड़ो यात्रा प्लान की थी, उसका असर लोकसभा चुनाव परिणाम (Lok Sabha Chunav Result 2024) पर देखने को मिला है. जो कांग्रेस 2014 में 44 और 2019 में 52 लोकसभा सीट ही जीत सकी थी, इस बार वही कांग्रेस 99 सीट पर बढ़त बनाकर जीत के करीब दिख रही है.
अखिलेश यादव अब अपनी पहचान से जाने जाएंगे
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भले ही उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता संभाल चुके हैं और उसके बाद करीब एक दशक से पार्टी प्रमुख की गद्दी भी संभाल रहे हैं. इसके बावजूद उनकी पहचान अब तक अपने पिता मुलायम सिंह यादव से ही जुड़ी रही है, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम उनकी नई पहचान बनाने जा रहे हैं. पिछली बार बसपा-रालोद से गठबंधन करके भी 5 सीट ही जीत सकी सपा इस बार न केवल अपने लिए 37 सीट जीतती दिख रही है, बल्कि कांग्रेस को भी उत्तर प्रदेश में लंबे समय बाद 7 सीट पर जीत की उम्मीद जगा दी है.
चंद्रबाबू नायडू ने दिखाया हार के बाद ही जीत है
आंध्र प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की TDP सत्ता से बाहर होने के बाद लगातार रसातल की तरफ गई है, लेकिन नायडू कभी हिम्मत हारते हुए नहीं दिखे. यह बात आंध्र प्रदेश के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिल रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में महज 23 सीट जीत सकीं TDP ने 132 सीटों पर बढ़त बनाकर राज्य में अपनी सरकार बनाना लगभग तय कर दिया है, जबकि लोकसभा चुनावों में भी पार्टी ने 25 में से 16 सीट पर बढ़त बना रखी है. साथ ही नायडू ने अपने सहयोगी दलों भाजपा को 3 और जनसेना पार्टी को 2 सीटों पर बढ़त दिला रखी है.
चंद्रशेखर बनेंगे दलित राजनीति का नया विकल्प
उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला फैक्टर दलित वोटर्स का मायावती की बसपा से मोहभंग होना दिखाई दिया है. ऐसे में चंद्रशेखर दलित राजनीति के नए विकल्प के तौर पर उभरते दिखे हैं. बिजनौर में बसपा का गढ़ कहलाने वाली नगीना लोकसभा सीट पर चंद्रशेखर ने अपनी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए जीत की तरफ कदम बढ़ाए हुए हैं. चंद्रशेखर ने भाजपा के ओम कुमार पर 1.15 लाख वोट से बढ़त बनाते हुए जीत पक्की कर ली है. उधर, इस सीट पर बसपा चौथे नंबर पर सिमट गई है. उसके प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह को महज 10,824 वोट मिले हैं.
उद्धव ठाकरे भी दिखा रहे हैं असली शिवसेना का दम
शिवसेना में बंटवारे के बाद कमजोर पड़ गए उद्धव ठाकरे के लिए लोकसभा चुनाव 2024 संजीवनी बूटी जैसे साबित हुए हैं. भाजपा से अलग होकर कांग्रेस और एनसीपी का साथ पकड़ने के बाद उद्धव के लिए राह बेहद मुश्किल रही हैं. भाजपा की शह पर एकनाथ शिंदे ने पहले शिवसेना तोड़ी और इसके बाद उद्धव को सत्ता से भी बाहर कर दिया. अब इन लोकसभा चुनावों में उद्धव की पार्टी शिवसेना (UBT) ने 11 सीट पर बढ़त बना रखी है, जबकि शिवसेना (शिंदे) को 5 सीट पर बढ़त हासिल है. यह नतीजा निश्चित तौर पर महाराष्ट्र की राजनीति में उद्धव का कद ऊंचा करेगा.
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