Lucknow Building Collapse: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बिल्डिंग गिरने का कारण जानने के लिए उसकी फोरेंसिक जांच की जाएगी. लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब ने बिल्डिंग का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने के आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके लिए गुजरात के गांधीनगर स्थित नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की एक टीम मंगलवार को लखनऊ पहुंचेगी. उधर, इस हादसे का दोषी मानते हुए बिल्डिंग के मालिक के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है. बता दें कि लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में शनिवार शाम तीन मंजिला बिल्डिंग अचानक पूरी तरह ध्वस्त हो जाने से करीब 3 दर्जन से ज्यादा लोग मलबे में दब गए थे. इस हादसे में 8 लोगों के शव मलबे से निकले हैं, जबकि 30 लोगों को घायल हालत में रेस्क्यू किया गया है.
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पीडब्ल्यूडी इंजीनियर भी होंगे जांच टीम का हिस्सा
लखनऊ प्रशासन के हवाले से ANI ने बताया कि नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की टीम ध्वस्त हुई बिल्डिंग के मलबे की जांच करेगी. इसके आधार पर देखा जाएगा कि बिल्डिंग की हालत कैसी थी. उसे बनाने में किस तरह का मटीरियल यूज किया गया था और उसकी क्वालिटी कैसी थी. इस जांच के दौरान पीडब्ल्यूडी इंजीनियर भी वैज्ञानिकों के साथ टीम का हिस्सा रहेंगे.
जानिए क्या होता है स्ट्रक्चरल ऑडिट
किसी बिल्डिंग के स्ट्रक्चरल ऑडिट में उसके निर्माण की पूरी समीक्षा की जाती है. इसमें बिल्डिंग की हालत, उसके ढांचे की स्थिति, उसमें यूज किए गए मटीरियल यानी सीमेंट-सरिया आदि की क्वालिटी, बिल्डिंग के नक्शे के हिसाब से लोड डिस्ट्रीब्यूशन की स्थिति आदि जकी जांच होती है. यदि किसी मौजूदा बिल्डिंग की जांच हो रही है तो इस ऑडिट के जरिये उसमें जरूरी बदलाव और मरम्मत की सिफारिश की जाती है ताकि उसका ढांचा पहले से ज्यादा मजबूत हो पाए.
फोरेंसिक रिपोर्ट से बिल्डिंग मालिक पर कसेगा शिकंजा
हादसे का शिकार हुई हरमिलाप बिल्डिंग के मालिक राकेश सिंघल के खिलाफ रविवार को मुकदमा दर्ज हो चुका है. यह मुकदमा ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर एमके सिंह की शिकायत पर दर्ज की गई है. माना जा रहा है कि बिल्डिंग मालिक की गिरफ्तारी सोमवार को हो जाएगी. बिल्डिंग का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने से राकेश सिंघल के खिलाफ पुलिस का मुकदमा ज्यादा मजबूत होगा और उस पर सबूतों का शिकंजा कसा जाएगा. बता दें कि इस बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर पर कार वर्कशॉप और गोदाम बना हुआ था, जबकि पहले फ्लोर पर मेडिकल गोदाम और दूसरे फ्लोर पर कटलरी गोदाम बना हुआ था. माना जा रहा है कि बिल्डिंग का स्ट्रक्चर इतना वजन उठाने लायक नहीं था.
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