डीएनए हिंदी: कर्नाटक विधानसभा चुनावों मिली अप्रत्याशित जीत के बाद कांग्रेस की नजर अब उन राज्यों पर है, जहां कुछ दिनों बाद चुनाव होने वाले हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ ने ऐलान किया है कि अब दूसरे चुनावी राज्यों में कांग्रेस, कर्नाटक जैसे फॉर्मूले का इस्तेमाल करेगी.
कांग्रेस दूसरे चुनावी राज्यों में अपने चुनावी अभियान को दोहराने के लिए पूरी तरह से तैयार है. आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली और पंजाब विधानसभा चुनाव जीतने के लिए मुफ्त बिजली की योजना को जबसे लोकप्रिय बनाया, तब से कांग्रेस भी इसे लपक रही है. यह फॉर्मूला कर्नाटक में हिट रहा.
कर्नाटक विजय के बाद कांग्रेस अब इसी योजना पर मध्य प्रदेश में काम करेगी. कमलनाथ ने अभी से ऐलान कर दिया है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो राज्य के लोगों को मुफ्त बिजली दी जाएगी. उन्होंने कहा कि लोगों को 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर बिल नहीं देना होगा.
इसे भी पढ़ें- PM Modi का विदेश दौरा क्यों है खास, Quad से लेकर G-7 तक कौन से मुद्दे होंगे अहम, जानिए इस यात्रा के बारे में सबकुछ
कमलनाथ के वादे में क्या-क्या है खास?
मध्य प्रदेश ने गजब चुनावी वादा किया है. कांग्रेस ने वादा किया है-
- 100 यूनिट तक माफ, 200 यूनिट तक हाफ.
- 500 रुपए में रसोई गैस.
- महिलाओं को 1500 रुपये.
- पुरानी पेंशन योजना बहाल.
कांग्रेस का यह फॉर्मूला दो राज्यों में हिट रहा है. हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक की जीत का सूत्रधार इसी योजना को माना जा रहा है. कांग्रेस का कहना है कि अब मध्य प्रदेश के चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो सकता है.
इसे भी पढ़ें- बेशुमार दौलत, मुंबई में कई फ्लैट और असली धनकुबेर, काली कमाई का हिसाब कैसे देंगे समीर वानखेड़े?
कर्नाटक के फॉर्मूले पर काम कर रही है कांग्रेस
कर्नाटक की तर्ज पर कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के लिए एक्शन प्लान बना लिया है. कांग्रेस ने राज्य में महिलाओं के लिए 1,500 रुपये प्रति माह देने का वादा किया है. कांग्रेस ने कर्नाटक में परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपये प्रति माह देने का वादा किया था. यह फॉर्मूला हिट रहा.
कमलनाथ ने सस्ता एलपीजी सिलेंडर कार्ड भी खेल दिया है. कांग्रेस ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का भी वादा किया है, जिससे पार्टी को हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतने में मदद मिली थी. कमलनाथ ने लोन माफी का भी वादा किया है. बीजेपी की हार के बाद कांग्रेस बेहद उत्साहित है.
चुनावी रणनीति पर क्या बोल रहे हैं कमलनाथ?
कमलनाथ ने कहा, 'कर्नाटक चुनावों में भारी हार के बाद, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अपना संतुलन खो दिया है. मध्य प्रदेश में 18 साल की सरकार के दौरान, भाजपा जनता के लिए कोई काम नहीं किया. इसलिए अब चुनाव से पहले मध्य प्रदेश बीजेपी के नेता एक के बाद एक विवादित बयान दे रहे हैं. इन बयानों का मकसद सिर्फ मध्य प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाना है.'
कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी को यह समझना चाहिए कि मध्य प्रदेश की जनता समझदार है और वह भटकाव की राजनीति में नहीं फंसने वाली है. बीजेपी ने मुफ्त योजना पर सरकार को घेरा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस की ये योजनाएं, बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.