Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के हरदा शहर में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के मुख्य आरोपी राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल को दबोच लिया है. ये दोनों ही फैक्ट्री के मालिक हैं. हरदा के पुलिस अधीक्षक संजीव कंचन के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने बताया है कि दो आरोपी राजेश अग्रवाल और सोमेश अग्रवाल को राजगढ़ जिले के सारंगपुर से गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों के अलावा एक अन्य व्यक्ति रफीक खान को भी हिरासत में लिया गया है. रफीक खान से भी पूछताछ की जा रही है. राजेश और सोमेश अंडरग्राउंड होने के लिए राज्य से बाहर फरार होने की कोशिश कर रहे थे. मध्य प्रदेश पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाते हुए दोनों को दबोच लिया है.मंगलवार को हुए इस हादसे में में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है, जबकि 174 अन्य लोग अब भी घायल हैं.
सेना के हेलीकॉप्टर को भी बुलाना पड़ा मदद के लिए
हरदा शहर के बाहरी इलाके मगरधा रोड पर बैरागढ़ में रिहायशी एरिया से सटी फैक्ट्री में ब्लास्ट होने के बाद आग की लपटें आसमान छूती हुई कई किलोमीटर दूर से दिखाई दी थीं. विस्फोट इतना जबरदस्त था कि धरती भूकंप की तरह हिल गई थी. फैक्ट्री के आसपास के घर भी आग की चपेट में आ गए थे. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तत्काल इंदौर और भोपाल समेत कई जिलों से रेस्क्यू टीमों को मौके पर भेजा था. राज्य प्रशासन के मुताबिक, 11 जिलों से 150 एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर भेजी गई थीं. रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आने पर राज्य सरकार को लोगों की निकासी के लिए सेना के हेलीकॉप्टर की मदद लेनी पड़ी थी.
174 लोगों का चल रहा है अस्पताल में इलाज
घायलों को हरदा जिला अस्पताल के अलावा भोपाल और होशंगाबाद रेफर किया गया था. मुख्यमंत्री मोहन यादव खुद भोपाल के हमीदिया अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचे. उन्होंने कहा कि भोपाल में 12 लोगों को रेफर किया गया था, जिनमें से 1 की मौत हो गई है. इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई है. हम घायलों के लिए सारी व्यवस्थाएं कर रहे हैं. उधर, नर्मदापुरम के आयुक्त पवन शर्मा ने मीडिया को बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में 174 लोग बचाए गए हैं, जिनमें से 34 को भोपाल और होशंगाबाद के अस्पतालों में रेफर किया गया है, जबकि 140 का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. भोपाल भेजे गए घायलों में से 1 और जिला अस्पताल में 10 घायलों की मौत हुई है. उन्होंने बताया है कि आग बुझाने के बाद अब घटनास्थल से मलबा हटाया जा रहा है ताकि जांच के लिए आवश्यक सबूत जुटाए जा सकें. नर्मदापुरम संभाग के आईजी पुलिस इरशाद वली ने भी बताया है कि जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है. सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुला लिया गया है.
सरकार ने बनाई तीन लोगों की जांच समिति
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई है, जिसके अध्यक्ष मुख्य सचिव (गृह) होंगे. उनके अलावा इस समिति में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) जयदीप प्रसाद और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) सचिव आरके मेहरा शामिल हैं. समिति को सभी तरह के अधिकार दिए गए हैं. फैक्ट्री मालिक की लापरवाही के अलावा समिति उन अधिकारियों को भी चिह्नित करेगी, जिनके जिम्मे ऐसी घटनाएं रोकने का काम है.
25 किलोमीटर दूर तक सुनी विस्फोट की आवाज
पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने विस्फोट के बाद 25 किलोमीटर दूर तक आवाज सुनाई देने और आसमान में आग का गोला दिखने की पुष्टि की है. लोगों ने यह भी कहा है कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर घायलों के शरीर के अंग बिखरे हुए थे और पास की सड़क पर वाहनों पर खून के छींटे पड़े हुए थे. घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर आये हैं, जिनमें घटनास्थल पर रुक-रुक कर हो रहे विस्फोटों के बीच लोग खुद को बचाने के लिए भागते नजर आते हैं. वीडियो में कारखाने से धुएं का गुबार निकलता दिखाई देता है.
राष्ट्रपति और पीएम ने भी जताई संवेदना
हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स (पहले ट्विटर) पर शोक जताया है. उन्होंने लिखा, 'मध्य प्रदेश के हरदा में आग लगने से अनेक लोगों की मृत्यु होने का समाचार अत्यंत दुखद है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.' पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ हादसे पर शोक जताते हुए मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है.
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