Madhya Pradesh Wall Collapse: मध्य प्रदेश में बारिश के कहर के कारण दतिया में 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 2 लोग गंभीर घायल हो गए हैं. दतिया में पिछले 36 घंटे से लगातार बरस रहे पानी के कारण जमीन में आई नमी से रियासतकालीन जर्जर किले की एक दीवार अचानकर गुरुवार को भरभराकर ढह (Datia Wall Collapse) गई, जिसके मलबे से बराबर में बने कच्चे मकान और झोपड़ियां ध्वस्त हो गई. मलबे में दबने के कारण 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 2 लोगों को गंभीर हालत में रेस्क्यू किया गया है.
खलकापुरा इलाके में हुआ हादसा
दतिया के खलकापुरा इलाके में पुराने रियासतकालीन किले से सटकर घर बने हुए हैं. दो दिन से शहर में लगातार बारिश हो रही है. इससे पहले भी इलाके में जमकर बारिश हुई है, जिससे जमीन में बेहद नमी बनी हुई है. गुरुवार सुबह 4 बजे अचानक किले की एक जर्जर दीवार ढह गई और मलबा सीधा उससे सटे अस्थायी घरों पर जा गिरा. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तत्काल एसडीआरएफ, पुलिस व दमकल के जवानों को साथ लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. दतिया कलेक्टर संदीप माकिन के मुताबिक, मलबा हटने पर 7 लोगों के शव बरामद हुए हैं, जबकि 2 लोगों को घायल हालत में मलबे से निकालकर अस्पताल भेजा गया है.
घटना के चार घंटे बाद भी जेसीबी नहीं मिलने से रेस्क्यू में आई परेशानी
स्थानीय लोगों का आरोप है कि हादसे की सूचना देने के चार घंटे बाद भी जिला प्रशासन ने मौके पर जेसीबी नहीं भेजी, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोगों को बेहद परेशानी हुई. दीवार के मलबे से निकले बड़े-बड़े पत्थर हाथ से हटाने में बहुत मेहनत लगी, जिससे मलबे के अंदर दबे लोगों को समय पर मेडिकल हेल्प नहीं मिल सकी और उनकी मौत हो गई. लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि लगातार बारिश से दीवार के गिरने का खतरा होने के बावजूद जिला प्रशासन ने उससे सटे अस्थायी कच्चे घरों को किसी और जगह शिफ्ट नहीं कराया. यदि ऐसा कराया गया होता तो हादसे में किसी की जान नहीं जाती.
प्रदेश सरकार देगी मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हादसे पर शोक जताते हुए मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. दतिया पुलिस के मुताबिक, मरने वाले लोगों में दो महिलाएं व दो पुरुष 55 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग थे. मृतकों में खलकापुरा निवासी शिवम पुत्र निरंजन वंशकार (22 साल) और सदर निवासी सूरज पुत्र निरंजन (18 साल), किशन पुत्र पन्नालाल वंशकार (60 साल), प्रभा पति किशन वंशकार (56 साल), निरंजन पुत्र तुलसीदास वंशकार (60 साल), ममता पति निरंजन वंसकार (55 साल) और राधा पुत्री निरंजन वंशकार (25 साल) शामिल हैं. ये सब एक ही परिवार के लोग हैं.
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