Republic Day Beating Retreat Ceremony पर नहीं बजेगा महात्मा गांधी का प्रिय भजन, जानिए किसने लिखा था

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 23, 2022, 09:21 AM IST

first time in 75 years republic day parade to start 30 minutes late than scheduled time 

बीटिंग रिट्रीट समारोह के आखिर में 1950 से लगातार बजाई जाती रही है Abide With Me की धुन.

डीएनए हिंदी: अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) के नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) में विलय के बाद अब गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर एक और बदलाव सामने आया है. अब गणतंत्र दिवस की बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में पहली बार महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन Abide With Me नहीं बजाया जाएगा. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसकी जगह ऐ मेरे वतन के लोगों की धुन बजेगी. बताया जा रहा है कि ब्रिटिश काल से चली आ रही रीतियों का अब भारतीयकरण किया जा रहा है. यह भी इसी का हिस्सा है. 

भारतीय सेना ने शनिवार को गणतंत्र दिवस प्रोग्राम का ब्रोशर जारी किया है, उसमें बताई गई 26 धुनों में इस धुन का जिक्र नहीं है. इस धुन को रिपब्लिक डे समारोह के अंतिम दिन महात्मा गांधी की पुण्यतिथि से एक दिन पहले 29 जनवरी को होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह के आखिर में बजाया जाता रहा है. ऐसा 1950 से लगातार होता आया है.

वैसे 2020 में भी इसे रिपब्लिक डे फेस्टिवल से हटा दिया गया था, लेकिन काफी विवाद के बाद इसे 2021 में शामिल कर लिया गया था. 

यह भजन स्कॉटिश कवि हेनरी फ्रांसिस लाइट ने 1847 में लिखा था. इसकी धुन पहले विश्व युद्ध के दौरान काफी लोकप्रिय हुई थी. महात्मा गांधी ने इस धुन को भारत में कई जगह बजवाया था. इसके बाद भारत में भी यह धुन लोकप्रिय हो गई. 

महात्मा गांधी रिपब्लिक डे गणतंत्र दिवस सेना