डीएनए हिंदीः योग के बाद अब सूर्य नमस्कार भी ग्लोबल होने जा रहा है. मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के खास मौके पर दुनियाभर में एक करोड़ से अधिक लोग सूर्य नमस्कार कर रहे हैं. 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर वैश्विक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. यह कार्यक्रम आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हो रहा है. जापान में सूर्य नमस्कार सबसे पहले शुरू हुआ और फिर यह भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में भी सुबह सात बजे से शुरू हुआ.
इससे पहले आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बुधवार को वर्चुअल प्रेस वार्ता में कहा कि सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में 75 लाख के लक्ष्य की तुलना में एक करोड़ से अधिक लोगों के इसमें शामिल होने की उम्मीद है. सोनोवाल ने कहा कि यह एक सिद्ध तथ्य है कि सूर्य नमस्कार जीवन शक्ति और इम्यूनिटी का निर्माण करता है, इसीलिए कोरोना को दूर रखने में ये सक्षम है. केंद्रीय आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने बताया कि सूर्य नमस्कार के जरिए आठ आसन होते हैं जिनमें से एक एक आसान सांस लेने के साथ होता है. यह यौगिक प्रक्रिया है. इसे लेकर वैज्ञानिक तौर पर डिजाइन पूरा प्रोग्राम मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है. अभी तक 30 से 40 लाख का पंजीयन हुआ है.