मालेगांव केस में ATS ने योगी आदित्यनाथ, RSS नेताओं के नाम लेने को किया था मजबूर - गवाह का दावा

| Updated: Dec 29, 2021, 09:59 AM IST

Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath (File Photo-PTI)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के चार नेताओं के नाम लेने के लिए मजबूर किया था.

डीएनए हिंदीः मालेगांव ब्लास्ट केस (Malegaon Blast Case) के एक गवाह ने अदालत में दावा किया है कि आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) ने उसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के चार नेताओं के नाम लेने के लिए मजबूर किया था. गवाह ने मंगलवार को विशेष एनआईए कोर्ट में गवाही दी. इस गवाह का बयान महाराष्ट्र एटीएस ने दर्ज किया था. एटीएस ने उसका बयान उस वक्त दर्ज किया था, जब वह मामले की जांच कर रहा था. एनआईए ने मामले की जांच की जिम्मेदारी बाद में संभाल ली थी.  

'परमबीर सिंह ने डाला था दवाब'
बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Param Bir Singh) उस वक्त एटीएस के अतिरिक्त आयुक्त थे, जब एटीएस ने 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले की जांच की थी. परमबीर सिंह अभी जबरन वसूली के कई मामलों का सामना कर रहे हैं और धन की उगाही करने व अन्य मामलों में परम बीर सिंह को इसी महीने निलंबित कर दिया गया था. गवाह ने अपनी गवाही के दौरान अदालत को बताया कि एटीएस के तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारी परमबीर सिंह और एक अन्य अधिकारी ने उसे उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और इंद्रेश कुमार सहित आरएसएस के चार नेताओं का नाम लेने को कहा था.

क्या था मामला
मामले में अब तक करीब 220 गवाहों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से 15 मुकर गए हैं. मुंबई से करीब 200 किमी दूर मालेगांव कस्बे में 29 सितंबर 2008 को हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से अधिक घायल हो गए थे. मामले में आरोपी लोक सभा सदस्य प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय रहीकर, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी जमानत पर जेल से बाहर हैं.

साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले (Malegaon Blast) में गवाह का बयान आने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार (RSS Leader Indresh Kumar) ने आरोप लगाया है कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के कार्यकाल के दौरान उन्हें तथाकथित 'भगवा आतंकवाद' के झूठे मामलों में फंसाने के लिए गंदी राजनीतिक साजिश रची गई थी. इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने भाजपा और आरएसएस नेताओं के चरित्र हनन के लिए कांग्रेस नेताओं-पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से माफी की मांग की की है.

(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)