डीएनए हिंदी: नीतीश कुमार ने महागठबंधन और इंडिया अलायंस से नाता तोड़ लिया है. वे अपने पुराने सहयोगी एनडीए गठबंधन की मदद से सरकार बना रहे हैं. नीतीश कुमार के पलटने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तंज कसा है. मल्लिकार्जुन खरगे ने नीतीश कुमार को आया राम गया राम बताया है. बीते एक दशक में यह पांचवी बार है जब नीतीश कुमार अपने सहयोगी दल से पलटकर दूसरे दल में गए हैं.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'देश में 'आया राम-गया राम' जैसे कई लोग हैं. पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे. जब मैंने लालू जी और तेजश्वी जी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं. अगर वह रुकना चाहता तो रुक जाता लेकिन वह जाना चाहता है.'
'पता था पलटेंगे नीतीश कुमार'
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा. अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा. इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव जी और तेजश्वी यादव जी ने पहले ही दे दी थी. आज वह सच हो गया.'
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'गिरगिटों को चुनौती दे रहे नीतीश कुमार'
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने लिखा, 'बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को बिहार की जनता माफ नहीं करेगी.लकुल साफ है की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रधानमंत्री और भाजपा घबराए हुए हैं और उससे ध्यान हटाने के लिए यह राजनीतिक ड्रामा रचा गया है.'
क्यों नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा?
नीतीश कुमार ने कहा, 'गठबंधन के भीतर स्थितियां अनुकूल नहीं थीं. मैंने अपनी पार्टी के नेताओं के सभी विचारों पर विचार करने के बाद आज अपना इस्तीफा दे दिया.'
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इस वजह से पलटे नीतीश कुमार
राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच जारी कल पहले भी सुर्खियों में रहा है. शनिवार को आरजेडी ने राज्य के प्रमुख अखबारों में एक पूरे पेज का विज्ञापन दिया, जिसमें कुमार सुप्रीमो कहीं नजर नहीं आए. चेहरा तेजस्वी यादव को आगे रखा गया था. नीतीश कुमार ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा कि गठबंधन में अभूतपूर्व स्थितियों को देखने के बाद 'महागठबंधन' सरकार को भंग करने का निर्णय लिया गया.
नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि इंडिया ब्लॉक के सदस्य खुद कुछ नहीं कह रहे हैं. उन्हें एक साथ लाने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है लेकिन वे कुछ नहीं कर रहे हैं.
बिहार विधानसभा में किसके पास हैं कितने विधायक?
243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में राजद के 79 विधायक हैं, बीजेपी के 78 विधायक हैं. जेडीयू के 45 विधायक हैं. कांग्रेस के 19, सीपीआई (एम-एल) 12 पर, सीपीआई (एम) और सीपीआई के 2-2 विधायक हैं. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के पास 4 विधायक हैं. दो सीटें AIMIM के पास हैं. एक निर्दलीय विधायक है.
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