डीएनए हिंदी: लोकसभा चुनाव 2024 बेहद नजदीक हैं. केंद्र की सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बना विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया (INDIA) नेतृत्व संकट से जूझ रहा है. कभी इस दल की बैठकों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाली ममता बनर्जी अब किसी भी दल के साथ गठबंधन करने से परहेज कर रही हैं. घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर रार हो रही है. ममता बनर्जी एकला चलो की राह पर अब चलने वाली हैं.
इंडिया गठबंधन, जमीनी आकार लेने से पहले ही टूटता नजर आ रहा है. अब ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि तृणमूल कांग्रेस संभवतः पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस और वाम दलों को ममता बनर्जी एक भी सीट देने के लिए तैयार नहीं हैं.
न्यूज एजेंसी PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक TMC के गढ़ बीरभूम जिले में पार्टी की एक संगठनात्मक बैठक हुई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निर्देश दिया है कि नेता जमीन मजबूत करें और अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहें. ममता बनर्जी ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि सीट-बंटवारे के बारे में सोचना बद कर दें.
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सीट शेयरिंग पर नहीं बन रही है बात
TMC के एक नेता का दावा है कि ममता बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमें कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत के बारे में सोचने की ज़रूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने कांग्रेस को 2 सीटों की पेशकश की थी लेकिन कांग्रेस 10-12 सीटों की मांग कर रही है, जिसके लिए ममता बनर्जी तैयार नहीं हैं.
खतरे में है इंडिया गठबंधन
इंडिया ब्लॉक के नेता यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि राज्यों में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या होगा. कांग्रेस इंडिया ब्लॉक की सबसे बड़ी पार्टी है. जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं है, वहां कांग्रेस को बेहद कम सीटों का ऑफर दिया जा रहा है, जिसे सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी अपमान समझ रही है.
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी कांग्रेस की मांग को अनुचित बता रही हैं. कांग्रेस 12 सीटें मांग रही है, जिसे ममता बनर्जी अनुचित बताकर देने के लिए तैयार नहीं हैं. ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे पर चर्चा में देरी के लिए कांग्रेस पर हमलावर हैं.
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TMC कांग्रेस को केवल दो सीटें देने को तैयार है. टीएमसी ने इसकी वजह भी बताई है. टीएमसी का कहना है कि 2019 के लोगसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है. प्रचंड मोदी लहर में भी ममता बनर्जी की पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था. इसी प्रदर्शन की उम्मीद ममता बनर्जी इस बार भी कर रही हैं.
ममता बनर्जी को फूटी आंख नहीं सुहा रही कांग्रेस
पश्चिम बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच तकरार की एक वजह अधीर रंजन चौधरी भी हैं. वे ममता बनर्जी सरकार के धुर आलोचक हैं. गठबंधन के तले चुनाव लड़ने को लेकर टीएमसी और ममता बनर्जी पर निशाना साधते रहे हैं. मंगलवार को, अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को अवसरवादी बताया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस उनकी दया पर चुनाव नहीं लड़ेगी.
कांग्रेस का नेतृत्व गठबंधन की राजनीति को लेकर इतना बंटा है कि राज्य के नेता अलग बयान दे रहे हैं, देश के नेता अलग बयान दे रहे हैं. राहुल गांधी ने सियासी बयानबाजियों को सुनकर कहा है कि ममता बनर्जी उनके बेहद करीब हैं. ऐसे बयानों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
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राहुल को अब भी है ममता से आस
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान सीट शेयरिंग पर कहा है, 'सीट-बंटवारे पर बातचीत चल रही है. मैं यहां टिप्पणी नहीं करना चाहता लेकिन ममता बनर्जी मेरी पार्टी की बहुत करीबी हैं. कभी-कभी हमारे नेता कुछ कहते हैं, उनके नेता कुछ कहते हैं, और यह चलता रहता है. यह स्वाभाविक है बात. ऐसी टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा और ये ऐसी चीजें नहीं हैं जो चीजों को बाधित करने वाली हैं.'
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