PM Modi के खिलाफ गैर कांग्रेसी विपक्षी मोर्चा खड़ा कर रही ममता? स्टालिन से बातचीत ने बढ़ाया सियासी पारा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 20, 2023, 01:18 PM IST

Mamata Banerjee

Congress के पास नेतृत्व की कमी का सवाल उठाकर ममता बनर्जी लगातार एक नए विकल्प पर जोर देती रही हैं. इस बीच वह लगातार क्षेत्रीय सत्ताधारी दलों से मुलाकात कर रही हैं जिससे पीएम मोदी के खिलाफ एक नया विपक्षी मोर्चा बनाया जा सके.

डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री समय-समय पर कांग्रेस से अपना गुस्सा जाहिर करती रही हैं. वहीं दूसरी ओर वह नए सिर से विपक्षी दलों को साथ लाने पर काम करने लगी हैं. अब ममता बनर्जी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बातचीत की है. ममता बनर्जी ने स्टालिन से गैर-बीजेपी सासित राज्यों में राज्यपालों के 'अलोकतांत्रिक कामकाज' के खिलाफ उनकी पहल के लिए एकजुट रहने की अपील ही. ममता और स्टालिन ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लड़ाई तेज करने पर भी चर्चा की है. 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हुई बातचीत की जानकारी देते हुए तमिलानाडु के सीएम स्टालिन ने ट्वीट किया. उन्होंने बताया है कि ममता बनर्जी ने सुझाव दिया कि सभी विपक्षी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बैठक कर आगे की रणनीति बनानी चाहिए जिससे केंद्र की बीजेपी शासित सरकार को चुनौती की जा सके. 

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स्टालिन ने दी जानकारी

एमके स्टालिन ने ममता बनर्जी से बातचीत को लेकर कहा, "माननीय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर-बीजेपी शासित राज्यों में राज्यपालों के अलोकतांत्रिक कामकाज के खिलाफ हमारी पहल के प्रति एकजुटता और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए मुझसे फोन पर बात की और सुझाव दिया कि सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों को बैठक कर आगे की कार्रवाई तय करनी चाहिए."

स्टालिन केजरीवाल और विजयन से चर्चा

ममता बनर्जी लंबे वक्त तक राज्यपाल से टकराव के चलते केंद्र सरकार से राजनीतिक लड़ाई लेते रही हैं. कुछ ऐसा ही आज की स्थिति में तमिलनाडु की स्टालिन सरकार के साथ भी हो रहा है. राज्य के विधेयकों को मंजूरी देने के लिए एक समय सीमा तय करने के प्रस्ताव पर स्टालिन सरकार का टकराव की स्थिति है.  

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बता दें कि स्टालिन ने सभी गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी में दावा किया था कि भारतीय लोकतंत्र आज "चौराहे पर खड़ा है" और हम तेजी से सहकारी संघवाद को विलुप्त होते देख रहे हैं. ऐसे में उनकी ममता बनर्जी से बातचीत काफी अहम मानी जा रही हैं. इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी.

केजरीवाल दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के चलते सीधे केंद्र की मोदी सरकार से टकराव लिए हुए हैं. ऐसे में केजरीवाल भी विपक्षी एकता के एजेंडे में शामिल हैं. वहीं ममता ने तमिलनाडु के सीएम पिनाराई विजयन से भी विपक्षी एकता के मुद्दे पर चर्चा की है.

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कांग्रेस के लिए झटका 

गौरतलब है कि ममता बनर्जी कांग्रेस से विपक्षी एकता को लेकर चर्चा तो करती रही हैं लेकिन उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्षी एकता को नजरंदाज ही किया है. ममता बनर्जी राहुल गांधी को बीजेपी के लिए टीआरपी बढ़ाने वाला से लेकर पार्ट टाइम राजनेता तक बता चुकी हैं. ऐसे में ममता बनर्जी बीजेपी के खिलाफ गैर कांग्रेसी विपक्षी मोर्चा तैयार करती हैं तो यह बीजेपी के लिए झटका हो सकता है.

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