Manipur Violence: मणिपुर हिंसा में ब्लेम गेम शुरू, कांग्रेस बोली BJP ने लगाई आग, पढ़ें मामले से जुड़ी 5 जरूरी बात

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 05, 2023, 07:24 AM IST

मणिपुर में भड़की है हिंसा. (तस्वीर-PTI)

मणिपुर हिंसा में ब्लेम गेम की शुरुआत हो चुकी है. मणिपुर हिंसा के लिए कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी की राजनीति को जिम्मेदार ठहरा रही है. आइए जानते हैं क्या है पूरा केस.

डीएनए हिंदी: कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी नफरत की राजनीति से समुदायों के बीच दरार पैदा कर दी है, जिसकी  वजह से मणिपुर जल रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूर्वोत्तर राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने पर जोर देने की अपील की है.

कांग्रेस ने कहा कि मणिपुर में कानून-व्यवस्था और संवैधानिक मशीनरी के पूरी तरह चरमरा जाने के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाना चाहिए और वहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार को हटा कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए. 

कांग्रेस ने मणिपुर में हिंसा भड़कने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सत्ता की भूख की राजनीति को जिम्मेदार ठहराते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पूर्वोत्तर के इस प्रदेश में शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए. 

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'BJP ने समुदायों के बीज पैदा की नफरत'

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर के लोगों से शांति और संयम बरतने की अपील भी की. मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया, 'मणिपुर जल रहा है. भाजपा ने समुदायों के बीच दरार पैदा की और इस खूबसूरत राज्य की शांति को भंग कर दिया. भाजपा की नफरत और विभाजन की राजनीति तथा सत्ता का लोभ इस समस्या के लिए जिम्मेदार है. हम सभी पक्षों के लोगों से संयम बरतने और शांति के लिए एक मौका देने की अपील करते हैं.'

'मणिपुर पर पीएम मोदी ले संज्ञान'

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'मणिपुर में तेजी से बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंतित हूं. प्रधानमंत्री को वहां शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. मैं मणिपुर के लोगों से भी शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं.'

'डबल इंजन सरकार वाले राज्य में लगी आग, केंद्र चुप'

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला. चुनाव के 15 महीनों के बाद मणिपुर में डबल इंजन सरकार की वास्तविकता यह है कि प्रदेश में आग लग गई है. केंद्र सरकार चुप है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कर्नाटक में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं. मणिपुर के सभी वर्ग नाखुश हैं. वहां जनादेश के साथ विश्वासघात किया गया है.'

देखते ही गोली मारने के आदेश पर क्या बोली कांग्रेस?

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सोशल मीडिया पर एक सरकारी आदेश साझा किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लिखा है कि देखने ही गोली मारने के आदेश को अधिकृत करते हुए वह प्रसन्न है. ब्रिटिश सरकार की तरह, केवल मोदी सरकार ही इस तरह की कठोर भाषा का इस्तेमाल कर सकती है, क्योंकि मणिपुर में कानून व्यवस्था और संवैधानिक मशीनरी पूरी तरह चरमरा गई है.

रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'यह एक उपयुक्त मामला है, जहां भारत के गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए या उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए. यह उपयुक्त मामला है, जिसके कारण मणिपुर में भाजपा सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए और अनुच्छेद 356 यानी राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए.'

क्यों भड़की है मणिपुर में हिंसा?

आदिवासी आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर मणिपुर के आठ जिलों में बुधवार को कर्फ्यू लगा दिया गया और पूरे पूर्वोत्तर राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं. मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (SC) की श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन की ओर से बुलाए गए आदिवासी एकता मार्च में हिंसा भड़क गई थी. तब से मणिपुर सुलग रहा है. (इनपुट: PTI)

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