मणिपुर में पीड़ितों से मिले INDIA गठबंधन के नेता, BJP ने बताया शो ऑफ

| Updated: Jul 29, 2023, 11:39 PM IST

मणिपुर में अधीर रंजन चौधरी पीड़ित परिवारों के साथ मुलाकात करते हुए. (तस्वीर-PTI)

BJP ने विपक्षी गठबंधन INDIA के मणिपुर दौरे पर सवाल उठाए हैं. बीजेपी ने विपक्षी दौरे को दिखावा और राजनीतिक पर्यटन बताकर आलोचना की है. विपक्षी दलों के कुल 21 नेताओं ने मणिपुर का दौरा किया है.

डीएनए हिंदी: विपक्षी गठबंधन INDIA के 21 नेता शनिवार को मणिपुर पहुंचे. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विपक्षी नेताओं के इस दौरे को दिखावा किया है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस के सदस्यों का दौरा मात्र दिखावा है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब पूर्ववर्ती सरकारों के शासन में मणिपुर जलता था, तब उन लोगों ने संसद में एक भी शब्द नहीं कहा, जो अब पूर्वोत्तर राज्य का दौरा कर रहे हैं. 

अनुराग ठाकुर ने कहा, 'जब मणिपुर महीनों बंद रहा करता था, तब उन्होंने एक भी शब्द नहीं कहा. जब प्रतिनिधिमंडल मणिपुर से लौट आएगा, तो इस टीम के सदस्य संसद में कामकाज नहीं होने देंगे. मैं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी से अनुरोध करता हूं कि वे इसी प्रतिनिधिमंडल को पश्चिम बंगाल लेकर आएं, जहां महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहे हैं.'

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अनुराग ठाकुर ने कहा, 'जिस तरह ममता बनर्जी की सरकार हत्याओं के जरिए सत्ता पर काबिज है, क्या कांग्रेस उसका विरोध करती है? क्या ‘इंडिया’ गठबंधन राजस्थान का दौरा करेगा, जहां महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं और क्या वह पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान पर रिपोर्ट सौंपेगा.'

क्यों विपक्षी दलों के मणिपुर विजिट से नाराज है बीजेपी?
विपक्षी गठबंधन इंडिया के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए हिंसा प्रभावित मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचा. विपक्षी दलों के सांसदों का दल तीन मई से पूर्वोत्तर राज्य में भड़की जातीय हिंसा के पीड़ितों से मिलने के लिए कई राहत शिविरों का दौरा करेगा. 

क्यों सुलग रहा है मणिपुर?
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मणिपुर की आबादी में मैतेई समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं. (इनपुट: भाषा)

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