मणिपुर में थाना घेरकर पुलिस से हथियार छीनने पहुंच गई भीड़, बगल में ही था CM हाउस

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 02, 2023, 07:08 AM IST

manipur violence

 

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मणिपुर में हिंसा अभी थमी नहीं है. प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने मुख्यमंत्री आवास के पास स्थित एक पुलिस स्टेशन में बवाल किया है.

डीएनए हिंदी: मणिपुर में की राजधानी इंफाल के लोगों को एक बार फिर कर्फ्यू के साए में जीना होगा. बुधवार रात प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने पुलिस कैंपस से हथियार छीनने की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई. मणिपुर पुलिस के एक अधिकारी को प्रदर्शनकारियों ने म्यांमार के पास एक सीमावर्ती शहर मोरे में गोली चलाकार मार डाला. धीरे-धीरे शांत हो रहे राज्य में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है.

मणिपुर के टेंगनौपाल जिले के सीमावर्ती मोरेह में संदिग्ध उग्रवादियों ने एक सब डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (SDPO) की हत्या कर दी थी. इस हत्या के खिलाफ मंगलवार से ही एक समुदाय आंदोलन कर रहा है. यह आंदोलन इतना हिंसक हो गया कि आंदोलन कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने बुधवार शाम को इंफाल हवा में गोलीबारी की.

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क्यों सुलग उठा है मणिपुर?
मंगलवार को इंफाल से 110 किमी दक्षिण में मोरेह में एसडीपीओ चिंगथम आनंद कुमार की गोली मारकर हत्या करने के बाद से इंफाल और दूसरे शहरों में बड़ी संख्या में लोग आंदोलन कर रहे हैं. भीड़ सुरक्षा बलों के साथ भिड़ गई और कथित तौर पर हथियारों और गोला-बारूद की मांग करते हुए इंफाल पश्चिम जिले में राजभवन और मुख्यमंत्री कार्यालय के करीब मणिपुर राइफल्स कैंपस को घेरने की कोशिश की.

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हिंसा रोकने के लिए पुलिस ने की फायरिंग
पुलिस ने कहा है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर हवा में गोलियां चलाईं. झड़प में कुछ नागरिकों को मामूली चोटें आईं. इंफाल पश्चिम जिला प्रशासन ने राजधानी में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू में ढील की अवधि रद्द कर दी है.

फिर मणिपुर में बढ़ा कर्फ्यू
इंफाल में बीते पिछले दिनों की तरह सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई थी, जो अब रद्द हो गई है.मंगलवार को एक अलग घटना में टेंग्नौपाल जिले के सिनम में राज्य बल के एक काफिले पर संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गए. एसडीपीओ की हत्या के बाद तलाशी अभियान चलाने में सहायता के लिए काफिले को मोरेह भेजा गया था.

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क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग?
उग्रवादियों की गिरफ्तारी और सजा की मांग करते हुए भीड़ ने सरकार से मोरेह में और अधिक राज्य बलों को तैनात करने की मांग की है. भीड़ में मौजूद ज्यादातर लोगों का कहना है कि म्यांमार की सीमा से लगे क्षेत्र में सक्रिय उग्रवादियों को गिरफ्तार किया जाए. विरोध रैली के दौरान, आंदोलनकारियों ने कई तख्तियां पकड़ रखी थीं और नारे लगाते हुए अधिकारियों से उग्रवादियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने और सिंगल कमान के नेताओं को बदलने की मांग की. (एजेंसी इनपुट के साथ) 

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