Manipur Violence: लापता युवकों के शव के फोटो पर बवाल, पुलिस लाठीचार्ज में 30 से ज्यादा छात्र घायल, इंटरनेट सेवाएं बैन

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 26, 2023, 08:36 PM IST

Police Lathi Charge in Imphal: पुलिस से भिड़ते प्रदर्शनकारी छात्र.

Manipur Violence Updates: जुलाई से लापता चल रहे दो युवाओं के शवों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें एक का सिर कटा हुआ है. राज्य सरकार ने इस केस की जांच CBI को सौंप दी है. 

डीएनए हिंदी: Manipur News- मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है. मणिपुर की इंफाल घाटी में मंगलवार को प्रशासन के खिलाफ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने भीड़ की तितर-बितर करने के लिए छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया. साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे गए. पुलिस कार्रवाई में 30 से ज्यादा छात्र घायल हो गए हैं. घायलों में ज्यादातर लड़कियां बताई जा रही हैं. ये युवा दो लापता युवकों की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. PTI के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया है कि फेईजैम हेमजीत (20 साल) और हिजाम लिंथोइनगांबी (17) इस साल जुलाई में लापता हो गए थे. आखिरी बार उन्हें एक दुकान में लगे CCTV कैमरे में देखा गया था. इसके बाद से दोनों की कोई खबर नहीं मिली है. उधर, लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राज्य सरकार का दावा है कि यह मामला पहले ही CBI को सौंपा जा चुका है, जो फिलहाल जांच कर रही है. 

इंटरनेट सेवाएं एक अक्टूबर तक के लिए की गईं बंद

सरकार ने हिंसा के बढ़ने की आशंका देखते हुए अफवाहों को रोकने के लिए मणिपुर में पांच दिन तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. राज्य सरकार ने इसका आदेश जारी कर दिया है, जिसके बाद इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं हैं. इंटरनेट सेवाएं 1 अक्टूबर को शाम 7.45 बजे तक बंद रहेंगी. इसके बाद हालात को देखते हुए आगे के लिए फैसला लिया जाएगा. 

सोशल मीडिया पर शवों के फोटो आने से भड़का मामला

अब सोशल मीडिया पर दोनों युवकों के शवों के फोटो वायरल हुए हैं, जिनमें एक का सिर कटा हुआ दिखाई दे रहे है. ये फोटो देखकर ही छात्र भड़क उठे थे और मंगलवार को मणिपुर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ मुख्यमंत्री सचिवालय तक पैदल मार्च निकाल रहे थे. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोकने की कोशिश की, जिससे छात्र भड़क गए और पुलिस से भिड़ गए. घायल छात्रों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर लगाया अनदेखी का आरोप

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को केंद्र की मोदी सरकार की जमकर आलोचना की. प्रियंका ने कहा, केंद्र सरकार मणिपुर में जघन्य अपराधों पर खामोश है. यह शर्मनाक बात है. प्रियंका ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, मणिपुर से एक और दहला देने वाली खबर आई है. जातीय हिंसा के सबसे बड़े पीड़ित बच्चे हैं. ये हमारी ड्यूटी है कि हम उनका बचाव करें. मणिपुर में जो भयावह अपराध हो रहे हैं उन्हें शब्दों में नहीं बयां किया जा सकता, लेकिन फिर भी ये बेरोकटोक जारी हैं. 

राज्य सरकार ने कहा, सीबीआई कर रही है जांच

राज्य सरकार ने सोमवार देर रात एक बयान जारी कर कहा था कि दोनों छात्रों की हत्या का केस CBI को पहले ही सौंपा जा चुका है, जो इसकी जांच कर रही है. केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के साथ मिलकर राज्य पुलिस भी सक्रिय तरीके से इस केस की जांच कर रही है ताकि दोनों छात्रों के गायब होने की परिस्थितियों का पता लग सकते. साथ ही उनकी हत्या करने वाले दोषियों की पहचान हो सके. सुरक्षा बलों ने दोषियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है. 

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