डीएनए हिंदी: Manipur News- मणिपुर हिंसा पर संसद में चल रहे हंगामे के बीच राज्य में एक बार फिर हिंसा का तांडव सामने आया है. मणिपुर के बिष्णपुर जिले में मैतेई समुदाय के इलाकों में उपद्रवियों ने शुक्रवार रात में घुसकर कई घर जला दिए. साथ ही अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है. दूसरी तरफ, कुकी समुदाय के लोगों के भी घर जलाए गए हैं. इससे पहले बिष्णुपुर में ही सुरक्षा बलों की चौकियों पर हमला किया गया था, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने दंगाइयों द्वारा बनाए अवैध बंकरों को ध्वस्त कर दिया था. हिंसा के बीच राज्य सरकार ने राज्यपाल से 21 अगस्त को विधानसभा सत्र बुलाने का आग्रह किया है.
बफर जोन पार करने के बाद किया गया हमला
India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर में शुक्रवार रात को उपद्रवियों ने केंद्रीय सुरक्षा बलों की तरफ से बनाए बफर जोन को पार करने के बाद मैतेई इलाकों में हमला किया. क्वाक्टा इलाके में बने दो किलोमीटर के बफर जोन को पार कर उपद्रवी मैतेई समुदाय के इलाके में घुसे. यहां कई घरों में आग लगा दी गई. साथ ही जमकर फायरिंग की गई, जिसमें 3 लोगों की मौत की खबर है. बिष्णुपुर पुलिस के मुताबिक, 3 मैतेई लोगों की हत्या के बाद इलाके में तनाव बन गया है. कुछ लोगों ने कुकी समुदाय के भी घरों में आग लगाई है.
राज्य सरकार ने बुलाया विधानसभा सत्र
मणिपुर में चल रही हिंसा के बीच राज्य सरकार ने विधानसभा का चौथा सत्र बुलाया है. मणिपुर कैबिनेट ने शुक्रवार शाम को हुई बैठक में 21 अगस्त से विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव मंजूर कर राज्यपाल अनुसूइया यूकी को भेजा है. विधानसभा सत्र बुलाने का फैसला उस समय किया गया है, जब कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल राज्य में चल रही हिंसा पर चर्चा के लिए विधानसभा का इमरजेंसी सेशन बुलाने का दबाव राज्यपाल पर बना रहे थे.
IRB चौकियों पर हमला कर छीने गए थे हथियार
बिष्णुपुर में गुरुवार को भी उपद्रव के हालात रहे थे. IRB यूनिट की चौकियों पर भीड़ ने हमले कर हथियार लूट लिए थे. इस दौरान मणिपुर राइफल्स की दूसरी और 7टीयू बटालियन से भी हथियार छीनने की कोशिश की गई थी, लेकिन सुरक्षा बलों ने हवाई फायरिंग कर भीड़ को खदेड़ दिया था. आरोप है कि भीड़ की तरफ से भी इस दौरान सुरक्षा बलों पर सीधी फायरिंग की गई थी. इस उपद्रव के बाद इंफाल और वेस्ट इंफाल जिलों में कर्फ्यू में दी गई छूट खत्म कर दी गई थी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.