डीएनए हिंदी: Manipur Violence Latest News- विपक्ष के सांसदों के दल के मणिपुर पहुंचने के बीच सीबीआई ने शनिवार को महिलाओ को निर्वस्त्र घुमाने के मामले की जांच की कमान थाम ली है. केंद्र सरकार से जांच सौंपने का आदेश मिलने के दो दिन बाद CBI ने मणिपुर पुलिस से कार्रवाई टेकओवर कर ली. इसके बाद निर्वस्त्र घुमाने और कथित गैंगरेप करने के मामले में जांच एजेंसी ने एक FIR दर्ज की है. उधर, तमिलनाडु पुलिस ने लेखक व राजनीतिक विश्लेषक बद्री शेषाद्रि (writer Badri Seshadri) को गिरफ्तार कर लिया है. बद्री पर मणिपुर हिंसा और भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को लेकर भड़काऊ कमेंट करने का आरोप है. बद्री पर ये कमेंट यूट्यूब पर दिए इंटरव्यू के दौरान करने का आरोप लगाया गया है.
क्या है महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का मामला
मणिपुर में इंटरनेट बैन खत्म होने के बाद 17 जुलाई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में पुरुषों की भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र करने के बाद सड़कों पर घुमा रही थी और उनके निजी अंगों को छेड़ रही थी. वीडियो में मौजूद महिलाएं मणिपुर की कुकी आदिवासी बताई गई हैं और आरोप है कि सड़कों पर निर्वस्त्र घुमाने के बाद उनके साथ गैंगरेप भी किया गया है. यह घटना मणिपुर में जातीय हिंसा शुरू होने के एक दिन बाद यानी 4 मई की बताई गई है. ये महिलाएं भी सामने आ चुकी हैं और उन्होंने अपने साथ हुई जघन्य वारदात के बारे में मीडिया को बताया है. महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज होने के 50-60 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं की है. सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पूरे देश में इसे लेकर उबाल का माहौल बन गया था, जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था.
सरकार ने गुरुवार को सीबीआई को सौंपी थी जांच
मणिपुर में वायरल वीडियो मामले में गिरफ्तारी के बावजूद हंगामा नहीं थम रहा था. इसके चलते केंद्र सरकार ने गुरुवार को इस मामले की जांच CBI के हवाले कर दी थी. सीबीआई को आरोपियों के खिलाफ दूसरे राज्य में मुकदमा चलाने के लिए भी कहा गया था. केंद्र सरकार ने इसकी जानकारी सुप्रीम कोर्ट को भी हलफनामे के जरिये दी थी. केंद्र सरकार ने इस मामले की सुनवाई मणिपुर से बाहर की अदालत में कराने का आग्रह सुप्रीम कोर्ट से भी किया था. इसके बाद शनिवार को सीबीआई अधिकारियों ने औपचारिक तौर पर जांच की कमान संभाल ली. साथ ही इस मामले में नए सिरे से आरोपियों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज किया है.
बद्री ने कहा था- चंद्रचूड़ को एक बंदूक देकर मणिपुर भेज दो
तमिलनाडु पुलिस ने लेखक बद्री के खिलाफ तमिलनाडु पुलिस ने IPC की धारा 153, 153ए और 505 (1)(बी) के तहत मुकदमा दर्ज किया है. यह मुकदमा एडवोकेट कवियारासू की शिकायत पर दर्ज किया गया है, जिन्होंने बद्री पर देश के मुख्य न्यायधीश का अपमान करने का आरोप लगाया है. एडवोकेट ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने बद्री के यूट्यूब इंटरव्यू की वीडियो क्लिप 22 जुलाई को देखी थी, जिसमें बद्री ने कहा, सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि यदि आप (सरकार) कुछ नहीं कर सकती तो हम (कोर्ट) करेगी. इसके बाद बद्री ने कहा, चंद्रचूड़ (भारत के चीफ जस्टिस) के हाथ में एक बंदूक दे दीजिए और उन्हें वहां (मणिपुर) भेज दीजिए. देखते हैं क्या फिर वे शांति स्थापित कर सकते हैं. इसके बाद बद्री ने मणिपुर को लेकर कहा, मणिपुर एक पहाड़ी और दुर्गम इलाका है और वहां हत्याएं होती रहती हैं. हम हिंसा होने से नहीं रोक सकते.
भाजपा ने किया बद्री की गिरफ्तारी का विरोध
भाजपा के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने बद्री शेषाद्रि की गिरफ्तारी का विरोध किया है. उन्होंने कहा, द्रमुक सरकार केवल गिरफ्तारियों में यकीन रखती है. उन्होंने ट्वीट में कहा, मशहूर प्रकाशक व स्टेज स्पीकर बद्री शेषाद्रि को तमिलनाडु पुलिस द्वारा आज सुबह गिरफ्तार करने का तमिलनाडु भाजपा कड़ा विरोध करती है. भ्रष्ट द्रमुक सरकार आम लोगों के विचार सुनने की ताकत रखने के बजाय केवल गिरफ्तारी में यकीन रखती है. क्या तमिलनाडु पुलिस का काम केवल भ्रष्ट द्रमुक सरकार के बदले लेना ही है?
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