डीएनए हिंदी: Manipur Violence Updates- मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके सरेआम सड़कों पर घुमाने के बाद खेत में गैंगरेप करने की घटना से पूरा देश हतप्रभ है. इसे अराजकता की पराकाष्ठा माना जा रहा है. जातीय हिंसा शुरू होने के एक दिन बाद 4 मई को हुई इस घटना की देश को जानकारी दो दिन पहले तब लगी, जब मणिपुर में इंटरनेट बैन खत्म होने के बाद शर्मसार करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. संसद से सुप्रीम कोर्ट तक, इस घटना पर हर तरफ उबाल दिख रहा है. अब इस घटना की एक पीड़िता सामने आई है. 42 साल की उम्र में अपनी जिंदगी के सबसे खौफनाक पल से गुजरने वाली पीड़िता अब तक ट्रॉमा में है. इस समय चुराचंदपुर के रिफ्यूजी कैंप में मौजूद पीड़िता ने अपने साथ बीते उन दर्दनाक पलों की हाड़ कंपा देने वाली हॉरर स्टोरी मीडिया के साथ साझा की है. उसने बताया कि कैसे भीड़ ने उसके और दूसरी पीड़िता के साथ अत्याचार किया और कैसे सुरक्षा का वादा करने वाली पुलिस ने मुंह फेर लिया. पीड़िता के साथ घटित पलों को जानकर शायद आप भी अंदर तक रो देंगे.
आइए 5 पॉइंट्स में जानते हैं कि पीड़िता ने क्या-क्या बताया है.
1. पहले गांव पर हमला हुआ, जंगल में छिपे तो मैतेई भीड़ ने दबोच लिया.
पीड़िता ने बताया कि उसके गांव पर 3 मई को मैतेई समुदाय के लोगों ने हमला किया. इसी दिन मणिपुर में मैतेई समुदाय को ST दर्जा देने के हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ ATSUM ने जगह-जगह रैली निकाली थी, जिसके बाद जातीय हिंसा भड़क गई थी. पीड़िता के मुताबिक, मैतेई लोगों ने पहले पड़ोस के गांव पर हमला किया और घर जला दिए. इसकी जानकारी मिलने पर वह अपने पड़ोसियों के साथ जंगल में भागकर छिप गई. अगले दिन उसने अपने 4 बच्चों को एक नागा गांव में बने शेल्टर में भेज दिया, जो कांगपोकपी जिले में उनके गांव से ज्यादा दूर नहीं था. इसके वह अपने पति और आठ अन्य लोगों के साथ जंगल में छिप गई, लेकिन उन्हें मैतेई भीड़ ने दबोच लिया.
पढ़ें- मणिपुर में महिलाओं के साथ भीड़ ने क्यों किया ऐसा घटिया काम, पढ़ें मामले से जुड़ी एक एक बात
2. 'हमारे स्तन पकड़े और ऊपर के कपड़े फाड़ दिए'
पीड़िता ने बताया कि कैसे उसे और वायरल वीडियो में दिख रही अन्य महिला को बाकी लोगों से अलग कर दिया. इसके बाद उन्हें दूसरी पीड़िता के भाई और पिता के साथ मेन रोड पर लाया गया. पीड़िता ने कहा, भीड़ ने हमारा सबकुछ जला दिया और हमें मेन रोड की तरफ घसीटती हुई ले गई. उन्होंने हमें मुक्के मारे, किक मारी और बांहों में दबोच लिया. एक आदमी ने हमारे ऊपर के सारे कपड़े फाड़ दिए और हमारे स्तन पकड़ लिए.
पढ़ें- मणिपुर कांड की संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गूंज, 4 गिरफ्तार, अब तक क्या-क्या हुआ?
3. 'पुलिस जीप में छिपे पर उन्होंने मुंह फेर लिया'
पीड़िता ने बताया कि दूसरी युवती और उसके छोटे भाई ने मेन रोड पर खड़ी पुलिस जीप में घुसकर बचने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उन्हें वहां से भी खींच लिया. जीप में दो पुलिसकर्मी और एक ड्राइवर था, लेकिन उन्होंने इस घटना से मुंह फेर लिया. पुलिसकर्मियों ने भीड़ को 'फ्री हैंड' दे दिया.
पढ़ें- बीरेन सिंह: ये हैं देश के सबसे चर्चित मुख्यमंत्री, जिनकी आंखों के सामने जलाया जा रहा मणिपुर
4. 'भीड़ ने पीट-पीटकर मार दिए दूसरी युवती के पिता और भाई'
पीड़िता ने बताया कि पुलिसकर्मियों के 'फ्री हैंड' देने के बाद मैतेई भीड़ और ज्यादा उग्र हो उठी. उन्होंने दूसरी पीड़िता के पिता और भाई को गुस्से में पीटना शुरू कर दिया. उन्हें इतना पीटा गया कि उनकी मौत हो गई. इसके बाद उनके शव उठाकर नाले में फेंक दिए गए.
5. 'भीड़ ने किया नग्न और खेत में ले गए'
पीड़िता ने बताया कि हत्या करने के बाद भीड़ में शामिल युवकों ने हम दोनों को पूरी तरह नंगा होने के लिए मजबूर कर दिया. हमने कपड़े उतारने का विरोध किया तो कहा गया कि यदि नहीं उतारोगे तो तुम्हें जान से मार देंगे. इसके बाद लोग हमें धकेलते हुए और घसीटते हुए सड़क किनारे धान के खेत में ले गए. इस दौरान यह पूरी घटना भीड़ में मौजूद लोग मोबाइल में रिकॉर्ड करते रहे, जो अब वायरल हुई है. हम खुद को बचाने के लिए जो कर सकते थे वो किया. मैंने उनसे भीख मांगी. उन्हें कहा कि मैं एक मां हूं, लेकिन किसी को दया नहीं आई.
पकड़े जा चुके हैं दो आरोपी
महिलाओं के साथ इस जघन्य घटना की रिपोर्ट पुलिस ने 13 दिन बाद दर्ज की थी, लेकिन मई महीने में दर्ज रिपोर्ट पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई थी. अब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में उबाल देख राज्य की मशीनरी हरकत में आई है. इसके बाद गुरुवार को एक ही दिन में दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए, जिनमें मुख्य आरोपी हुरेम हेरॉयडस भी शामिल है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.