उत्तर प्रदेश में फर्जी शादियों का एक नया घोटाला सामने आया है, जिसकी चर्चा देशभर में हो रही है. यूपी के बलिया जिले में एक सामूहिक विवाह योजना की ऐसी पोल खुली कि जो भी उसके बारे में सुन रहा है, हैरान हो जा रहा है. यूपी पुलिस ने अब तक 15 लोगों को धोखधड़ी के इस मामले में गिरफ्तार किया है.
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दुल्हनें अपने हाथों में वरमाला लिए हुए नजर आ रही हैं लेकिन दूल्हा दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है. वे खुद को ही माला पहनाती हुई दिख रही हैं. इस अनोखी खुद से शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जो भी इस शादी के वीडियो को देख रहा है, प्रशासन पर सवाल उठा रहा है.
यूपी पुलिस ने धोखाधड़ी में शामिल 2 सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. सरकारी कर्मचारियों के अलावा करीब 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दुल्हनें खुद को ही माला पहना रही हैं. लाखों के इस स्कैम को देखकर लोग एक्शन की मांग कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- बहुमत की ओट में चुनावी तानाशाही में बदल रहा देश, शशि थरूर ने क्यों कहा?
कैसे खुली शादी की पोल?
वायरल वीडियो में कुछ लोग दूल्हे के ड्रेस में नजर आ रहे हैं लेकिन अपना चेहरा छिपा रहे हैं. 25 जनवरी को हुए इस सामूहिक विवाह की तस्वीरें अब सामने आ रही हैं. इस कार्यक्रम में करीब 568 जोड़ों ने भाग लिया था. कई लोग फर्जी दूल्हा-दुल्हन बने थे, जिसके लिए उन्हें पैसे दिए गए थे. वे महज शादी की एक्टिंग कर रहे थे.
झूठी शादी पर क्या बोल रहे हैं लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि दुल्हन और दूल्हे की तरह सजने के लिए लोगों को 500 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक पेमेंट किया गया था. कुछ महिलाएं अकेले आई थीं. उन्हें माला पहनाने वाला कोई नहीं था तो वे खुद को माला पहनाने लग गईं. लोगों को पैसे देकर आयोजनस्थल पर बुलाया गया था.
इसे भी पढ़ें- Paytm Payments Bank पर RBI ने क्यों लिया एक्शन, क्या है रडार पर आने की कहानी?
बीजेपी विधायक बने थे मुख्य अतिथि
बीजेपी विधायक केतकी सिंह इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थीं. उन्होंने कहा है कि घटना के ठीक दो दिन पहले उन्हें सूचना मिली थी. मुझे शक था कि कुछ गलत है. अब पूरे प्रकरण की छानबीन की जा रही है.
सामूहिक विवाह में कितने पैसे देती है सरकार
यूपी सरकार सामूहिक विवाह योजना के लिए शादीशुदा जोड़ों को 51,000 रुपये देती है. लड़की को शादी की सामग्री खरीदने के लिए करीब 35,000 रुपये दिए जाते हैं. लड़की को 10,000 रुपये और 6,000 अलग से मिलते हैं. प्रकरण से जुड़े लोगों का कहना है कि पैसे ट्रांसफर होने से पहले ही धोखाधड़ी के बारे में सूचना मिल गई थी. लाभार्थियों के वेरिफिकेशन के लिए एक समिति गठित की गई है. बिना वेरिफिकेशन के एक भी पैसे नहीं दिए जाएंगे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.