डीएनए हिंदी: अमेरिका ने आरोप लगाया है कि भारत निखिल गुप्ता के जरिए गुरुपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश का आरोप लगाया है. अमेरिका ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. न्यूयॉर्क में अमेरिकी वकील डेमियन विलियम्स ने कहा है कि प्रतिवादी ने भारत से न्यूयॉर्क शहर में भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश रची. वह शख्स सार्वजनिक रूप से सिखों के लिए एक अलग देश बनाने की वकालत करता है. विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों पर करारा जवाब दिया है.
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को निखिल गुप्ता के अमेरिकी अभियोग पर प्रतिक्रिया दी है. भारत ने कहा है कि ऐसे आरोप गंभीर हैं, यह भारत सरकार की नीति के विपरीत भी है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग की वजह से अमेरिका के साथ चर्चा के दौरान,अमेरिकी अधिकारियों ने संगठित अपराधियों, बंदूकधारियों और आतंकवादियों के बीच नेक्सस से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए हैं.
MEA के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा ,'हम इस तरह के इनपुट को बहुत गंभीरता से लेते हैं. इस मामले के सभी पहलुओं पर ध्यान देने के लिए जांच समिति की स्थापना की गई है. समिति के निष्कर्षों पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. हम इस तरह के सुरक्षा मामलों के बारे में कोई और जानकारी साझा नहीं कर सकते हैं.'
'यह भारत की नीति के है खिलाफ'
अरिंदम बागची ने कहा, 'जहां तक एक व्यक्ति के खिलाफ अमेरिकी अदालत में कथित तौर पर उसे एक भारतीय अधिकारी से जोड़ने का मामला दर्ज किया गया है, यह चिंता का विषय है. हमने पहले भी कहा है और मैं फिर दोहराना चाहता हूं कि यह सरकारी नीति के भी विपरीत है.'
अरिंदम बागची ने कहा, ' यह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध, तस्करी, बंदूकधारी और चरमपंथियों के बीच सांठगांठ कानून प्रवर्तन एजेंसियों और संगठनों पर विचार करने के लिए एक गंभीर मुद्दा है.'
कनाडा रच रहा है भारत के खिलाफ साजिश
कनाडा के मुद्दे पर, MEA ने कहा कि कनाडा ने लगातार भारत-विरोधी चरमपंथियों को जगह दी है. अरिंदम बागची ने कहा, 'कनाडा में हमारे राजनयिकों ने इसका खामियाजा उठाया है. इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा की सरकार वियना कन्वेंशन के तहत अपने दायित्वों पर खरा उतरेगी.'
भारत के खिलाफ साजिश रच रहा भारत
अमेरिका द्वारा एक भारतीय नागरिक पर न्यूयॉर्क स्थित एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश का आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद, कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि नई दिल्ली को आरोप को गंभीरता से लेने और जांच में सहयोग करने की जरूरत है. जस्टिन ट्रूडो, सितंबर से दावा कर रहे थे कि उनके नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे.
जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि अमेरिका से आ रही खबरें इस बात को और रेखांकित करती हैं कि हम शुरू से ही किस बारे में बात कर रहे हैं, यानी. भारत को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. भारत सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए हमारे साथ काम करने की जरूरत है कि हम इसकी तह तक पहुंच रहे हैं. यह कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे कोई हल्के में ले सकता है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि उनकी ज़िम्मेदारी कनाडाई लोगों को सुरक्षित रखना है, और हम यही करना जारी रखेंगे.
क्या हैं अमेरिका के आरोप
अमेरिकी अभियोजकों ने बुधवार को एक भारतीय सरकारी कर्मचारी की ओर से कथित तौर पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने के लिए भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ हत्या के आरोप की घोषणा की. दस्तावेज़ में न तो सरकारी कर्मचारी और न ही खालिस्तान नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू का नाम है. पन्नू अब अमेरिकी नागरिक है.
अभियोग में आरोप लगाया गया कि भारत सरकार के कर्मचारी ने भारत में नामित आतंकवादी की हत्या करने के लिए मई 2023 में या उसके आसपास निखिल गुप्ता को भर्ती किया था. निखिल गुप्ता ने बदले में, एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आया, जिसे वह आपराधिक सहयोगी मानता था, लेकिन वास्तव में वह अमेरिकी ड्रग प्रवर्तन एजेंसी का एक सोर्स था.
भारत ने अमेरिकी सरकार द्वारा उठाई गई सुरक्षा चिंताओं पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है. जहां तक कनाडा का सवाल है, उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने इस महीने कहा था कि न तो ओटावा और न ही उसके सहयोगियों ने ट्रूडो के आरोपों के समर्थन में ठोस सबूत दिखाए हैं. (इनपुट: PTI, IANS)