डीएनए हिंदी: Uttar Pradesh Viral Video- उत्तर प्रदेश का मेरठ मेडिकल कॉलेज एक बार फिर विवादों में फंस गया है. मरीजों के साथ डॉक्टरों की बदतमीजी और मारपीट के लिए बदनाम लाला लाजपतराय मेडिकल कॉलेज में फिर ऐसी ही घटना हुई है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. अपने 5 साल के बच्चे की उंगली कटने पर रोते-बिलखते इमरजेंसी वार्ड में उसे लेकर पहुंचे मां-बाप की जूनियर डॉक्टरों ने जमकर धुनाई की. इस दौरान बच्चे की उंगली से खून बहता रहा, लेकिन डॉक्टर उसे देखने के बजाय अपनी 'गुंडागर्दी' में व्यस्त रहे. पीड़ितों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई और इस गुंडागर्दी के खिलाफ मेडिकल कॉलेज थाने में तहरीर दी है. मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे लेकर कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है. हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने इस घटना में शामिल तीन डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है. उधर, राज्य के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने भी एक हफ्ते में जांच कराकर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
क्या था पूरा मामला
जिले के कमालपुर गांव निवासी दीपक के पांच साल का बेटा कुणाल सोमवार शाम को चारा मशीन पर खेल रहा था. इसी दौरान खेल-खेल में उसका दाएं हाथ का अंगूठा मशीन के ब्लेड से कट गया. घायल बच्चे को लेकर दीपक अपनी पत्नी के साथ मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गया. साथ में उसका भाई देवेंद्र और भाभी प्रीति भी थे. आरोप है कि अंगूठे पर पट्टी करने के दौरान बच्चे के रोने पर दीपक ने डॉक्टर को टोक दिया, जिसके चलते उनकी जूनियर डॉक्टर से कहासुनी हो गई. हो-हल्ला सुनकर वहां अन्य जूनियर डॉक्टर भी पहुंच गए और दीपक पर हमला बोल दिया.
बच्चा रोता रहा, डॉक्टर मारपीट करते रहे
आरोप है कि डॉक्टरों ने बच्चे के अंगूठे की पट्टी बीच में ही छोड़ दी और दीपक व देवेंद्र के साथ मारपीट शुरू कर दी. दीपक की पत्नी बीचबचाव करने लगी तो उससे भी मारपीट की गई. कुछ लोगों ने बीचबचाव की कोशिश की, लेकिन जूनियर डॉक्टर उन्हें भी धमकी देने लगे. बताया जा रहा है कि इस दौरान मारपीट से घबराकर देवेंद्र की पत्नी प्रीति बेहोश हो गई, लेकिन डॉक्टरों ने तब भी मारपीट बंद नहीं की. घायल बच्चा दर्द के कारण रोता रहा और डॉक्टर मारपीट करते रहे. किसी तरह दीपक, देवेंद्र वहां से निकलकर भागे और सीधा मेडिकल कॉलेज थाने पर पहुंच गए. उन्होंने वहां सारी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस टीम उन्हें साथ लेकर इमरजेंसी वार्ड पहुंची, लेकिन तब तक जूनियर डॉक्टर वहां से फरार हो गए. पुलिस ने पीड़ितों से जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ घटना की तहरीर ले ली है. थाना प्रभारी अवधेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस ने कहा, जूते पालिश कर लीजिए पाठक जी
मेडिकल कॉलेज की इस घटना का वीडियो उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने भी अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है. कैप्शन में कांग्रेस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, पाठक जी के राज-काज में अस्पतालों में डॉक्टर्स और कंपाउंडर्स की जगह गुंडे-मवाली बैठे हैं. इसलिए, उन्होंने इन तीमारदारों को बेरहमी से मारा. इतना सबकुछ होने के बावजूद भी वहां इस मासूम का इलाज़ नहीं किया गया. कांग्रेस ने आगे लिखा, पाठक जी, आपने अपने अस्पतालों में ऐसे डॉक्टर्स क्यों भर रखे हैं, जो खुद मानसिक रोगी हैं. अगर आपसे इतना बड़ा और महत्त्वपूर्ण महकमा नहीं सम्भल रहा है तो छोड़िए. जूते पॉलिश वाला काम भी आपके लिए बुरा नहीं. जो आप खुद कहा करते हैं.
प्रिंसिपल ने निलंबित किए तीन जूनियर डॉक्टर
मारपीट की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आरसी गुप्ता ने तीन जूनियर डॉक्टर निलंबित कर दिए हैं. निलंबित डॉक्टरों के नाम अभिषेक, आदित्य और अब्दुल बताए जा रहे हैं. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने एक सप्ताह में आरोपों की जांच कराकर डॉक्टरों के खिलाफ रिपोर्ट तलब की है.
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