मेघा ग्रुप, सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियों में से एक है. इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) हैदराबाद बेस्ड है. महाराष्ट्र प्रोजेक्ट से पहले इस कंपनी ने करोड़ों के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे थे.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक 14,400 करोड़ रुपये की ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल प्रोजेक्ट के लिए टेंडर हासिल करने से एक महीने पहले 11 अप्रैल, 2023 को कंपनी ने 140 करोड़ रुपये के चुनावी बांड खरीदे थे.
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प्रोजेक्ट से पहले कंपनी ने खरीदे 821 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड
मेघा इंजीनियरिंग की स्थापना साल 1989 में हुई थी. इस कंपनी ने करीब 821 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे थे.
मेघा ग्रुप को ही मिला था प्रोजेक्ट
महाराष्ट्र सरकार के मुंबई महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने उसी साल जनवरी में संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के तहत दो सड़क सुरंगों की परियोजना के लिए निविदा जारी की थी. इसकी बोली मेघा ग्रुप ने ही लगाई थी. इस कंपनी को ही प्रोजेक्ट मिल गया था.
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L&T ग्रुप को नहीं मिला था प्रोजेक्ट
L&T ग्रुप ने भी इस कंपनी के लिए बोली लगाई थी. उनकी बोली खारिज हो गई थी. ग्रुप ने अपने रिजेक्शन के संबंध में दो याचिकाएं दायर की थीं. MMRDA ने कोर्ट में कहा था कि बोली लगाए जाने के बाद त्रुटियों में किए जाने वाले सुधारों को इजाजत नहीं दी जा सकती है.
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