डीएनए हिंदी: कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार मिलिंद देवड़ा का कांग्रेस से मोहभंग हो गया है. उन्होंने पार्टी से रविवार को ही इस्तीफा दिया और कुछ घंटो बाद ही एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गए. भगवा गमछे में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़कर एकनाथ शिंदे से दोस्ती कर ली. अब वह एकनाथ शिंदे की पार्टी में अहम भूमिका संभालने वाले हैं. लोकसभा चुनाव अब बेहद नजदीक हैं, ऐसे में महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है.
कांग्रेस, मिलिंद देवड़ा की पारिवारिक पार्टी रही है. कांग्रेस के साथ उनके परिवार का जुड़ाव करीब 55 साल पुराना है. अब उन्होंने 5 दशकों के संबंध से पीछा छुड़ाकर एकनाथ शिंदे की शिवसेना का हाथ ताम लिया है. उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कांग्रेस छोड़ने के कुछ घंटों बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से जा मिले.
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55 साल पुराना रिश्ता, 5 मिनट में खत्म
एकनाथ शिंदे ने मिलिंद देवड़ा को भगवा ध्वज भेंट कर शिवसेना में शामिल किया. मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कहा कि वे कांग्रेस छोड़ चुके हैं. उन्होंने इसे अपनी राजनीतिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अध्याय का दर्जा दिया. मिलिंद देवड़ा ने कहा, 'आज मेरी राजनीतिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है. मैं वर्षों से उनके अटूट समर्थन के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं.'
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क्यों कांग्रेस का देवड़ा ने छोड़ा साथ?
मिलिंद देवड़ा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा से कथित तौर पर नाखुश. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है. इस गठबंधन की वजह से कांग्रेस को बेहद कम सीटें मिल रही थीं, जिस पर मिलिंद देवड़ा ने ऐतराज जताया. अब वह महा विकास अघाड़ी की धुर विरोधी पार्टी से जाकर जुड़ गए हैं.
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