Odisha: पिता चुनाव लड़ने में थे व्यस्त, नहीं दिला पाए बिरयानी तो बेटे ने दे दी जान

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Feb 25, 2022, 03:21 PM IST

ओडिशा के बालासोर जिले से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नाबालिक लड़के ने बिरयानी ना मिलने पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.  

डीएनए हिंदी: ओडिशा के बालासोर जिले से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक नाबालिक लड़के ने बिरयानी ना मिलने पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.  

घटना नीलागिरी थाना क्षेत्र के गोबिंदपुर गांव की है. मृतक की पहचान मनोरंजन महर्ना के बेटे सत्यव्रत (13) के रूप में की गई है.

जानकारी के अनुसार, मनोरंजन महर्ना पंचायत चुनाव में वार्ड सदस्य के पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. सत्यव्रत पिछले दो दिनों से उनसे बिरयानी की मांग कर रहा था.

मनोरंजन के मुताबिक, 'उसने मुझसे मंगलवार शाम को बिरयानी लाने का अनुरोध किया था. चूंकि मैं चुनाव में व्यस्त था इसलिए मैंने कहा कि मैं बुधवार को लाऊंगा लेकिन बुधवार को फिर से मैं चुनाव में व्यस्त हो गया. इसके बाद उसने फोन काट दिया और अगले कुछ मिनटों में फांसी लगा ली.'

ये भी पढ़ें- MP: 5 साल का बच्चा बना पुलिस कॉन्सटेबल, एसएसपी ने दिया जॉइनिंग लेटर

इधर आनन-फानन में परिजन सत्यव्रत को स्थानीय सरकारी अस्पताल ले गए लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया और बीते गुरुवार को बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया.

इस बीच स्थानीय भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने गुरुवार को शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की. सारंगी ने लड़के की आत्महत्या के लिए खान-पान और परिवार की स्थापना को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पहले घर में तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बनते थे और फास्ट फूड नहीं होता था.

भाजपा सांसद ने कहा, इसका मुख्य कारण एकल परिवार है जहां बच्चे अकेले हो जाते हैं और ज्यादातर समय मोबाइल फोन पर बिताते हैं. वहीं संयुक्त परिवारों में बच्चों के साथ खेलने के लिए उनके भाई-बहन, दादा-दादी और चचेरे भाई होते हैं.

(इनपुट- आईएएनएस)

हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.

 

ओडिशा आत्महत्या बिरयानी