मिक्स Booster Dose के चौंकाने वाले नतीजे आए सामने, जल्द मिल सकती है इस्तेमाल करने की इजाजत

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 30, 2022, 12:28 PM IST

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एक स्टडी में सामने आया कि कोरोना वैक्सीन की मिक्स बूस्टर डोज से 6 से 10 गुना अधिक एंटीबॉडी का निर्माण होता है.

डीएनए हिंदीः कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सीन को ही सबसे प्रभावी हथियार माना जा रहा है. वैक्सीन की दो डोज लगने के बाद अब लोगों को बूस्टर डोज (Booster Dose) दी जा रही है. बूस्डर डोज को लेकर किए गए एक रिसर्च में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. केरल के वेल्लूर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) ने मिक्स बूस्टर डोज के परीक्षण को पूरा करने के बाद अपनी रिपोर्ट केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण बोर्ड (सीडीएसओ) को सौंप दी है. इसमें सामने आया है कि मिक्स बूस्टर डोज 6 से 10 गुना ज्यादा असरदार है.  

जल्द मिल सकती है इजाजत
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना की मिक्स बूस्ट डोज के परिणाम का अध्ययन किया गया है. इस रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद ही सरकार मिक्स बूस्टर डोज देने का फैसला करेगी. शोध में शामिल प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. विंसले रोज का कहना है कि एनटीजीआई ने उनके अध्ययन के परिणामों के बारे में विचार कर रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. स्टडी में सामने आया कि कोवैक्सीन के शुरुआती दो डोज लेने के बाद अगर बूस्टर डोज के तौर पर कोविशिल्ड दिया जाता है, तो यह बेहतर रिजल्ट देता है. रिपोर्ट में बताया गया है कि मिक्स बूस्टर डोज से 6 से 10 गुना अधिक एंटीबॉडी का निर्माण होता है.

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क्या होती है बूस्टर डोज? 
सामान्य वैक्सीन से अलग बूस्टर डोज किसी खास रोगाणु अथवा विषाणु के खिलाफ लड़ने में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता और मजबूत करता है. यह बूस्टर डोज उसी वैक्सीन की हो सकती है जिसे व्यक्ति ने पहले लिया है. इसे शरीर में और ज्यादा एंटीबॉडीज का निर्माण करते हुए प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करने के लिए लगाया जाता है. सामान्य भाषा में कहें तो बूस्टर डोज शरीर की प्रतिरधक क्षमता को यह याद दिलाता है उसे किसी खास विषाणु से लड़ने के लिए तैयार रहना है.  

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किसे दी जा रही बूस्टर डोज
18 साल से अधिक उम्र का ऐसा कोई भी व्यक्ति बूस्टर डोज लगवा सकता है जिसके दूसरी डोज के लगे 9 महीने (39 हफ्ते) पूरे हो चुके हैं. केंद्र सरकार ने ये साफ कर दिया है कि बूस्टर डोज में किसी भी तरह का मिक्स एंड मैच नहीं होगा. लोगों ने पहली और दूसरी डोज जिस वैक्सीन की ली है उन्हें उसी वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जा रही है. हालांकि सरकार अब मिक्स बूस्टर डोज पर भी विचार कर रही है. 

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