डीएनए हिंदी: Parliament News- संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों का हंगामा शुक्रवार को भी जारी रहा है. लोकसभा में किसी तरह हंगामे के बीच थोड़ा सा काम हुआ है, लेकिन काले कपड़े पहनकर आए विपक्षी सदस्यों ने वेल में आकर हंगामा किया है. विपक्षी दल मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सदन में आकर बयान देने की पहले दिन से ही मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा कराने की बात कह रही है. विपक्षी सदस्यों के बार-बार हंगामे से रोजाना लोकसभा और राज्य सभा की कार्यवाही बीच में ही प्रभावित हो रही है. शुक्रवार को भी सदन स्थगित करने पड़े हैं.
पढ़ें मानसून सत्र के Live Updates:
- लोकसभा भी 31 जुलाई तक के लिए स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद भी विपक्षी दलों ने हंगामा जारी रखा है. विपक्षी दल नारेबाजी करते हुए अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा का मुद्दा उठा रहे हैं. इसके चलते लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही को 31 जुलाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया है.
- हंगामे के बीच लोकसभा में तीन बिल पारित
विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सरकार ने लोकसभा में तीन बिल पेश किए. पहला बिल खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2023 का था, जिसे लोकसभा ने ध्वनि मत से पारित कर दिया. इसके अलावा द नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कमीशन बिल, 2023 और द नेशनल डेंटल कमीशन बिल, 2023 भी लोकसभा में पारित हुए हैं.
- राज्यसभा 31 जुलाई तक के लिए स्थगित
राज्य सभा में विपक्ष के लगातार हंगामे से सभापति नाराज हो गए हैं. विपक्षी दल मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़े हैं, जबकि सरकार ने कहा है कि नियम-कानून के तहत ही चर्चा कराई जाएगी. इसे लेकर सदन में शुक्रवार को भी जमकर हंगामा हुआ है. इसके बाद सभापति ने राज्यसभा की कार्यवाही को 31 जुलाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया है.
- विपक्षी नेताओं ने की संयुक्त बैठक
लोकसभा में सरकार को चर्चा पर मजबूर करने की रणनीति तय करने के लिए विपक्षी दलों ने संसद भवन में बैठक की है. राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष कक्ष में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में सरकार को घेरने के मुद्दे तय किए गए हैं.
- नियम 198 के अनुसार तुरंत होनी चाहिए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा: अधीर रंजन चौधरी
लोकसभा में कांग्रेस के नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, नियम 198 के तहत हमने अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया है. इस नियम के तहत, चर्चा (मणिपुर के संबंध में) तुरंत होनी चाहिए. सरकार नहीं चाहती कि सदन के अध्यक्ष उनसे सवाल पूछें. वे मुद्दों से बचने के लिए बहाने दे रहे हैं.
- अविश्वास प्रस्ताव के बाद पेश नहीं होते बिल: राघव चड्ढा
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद सदन में बिल पेश करने पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा, लोकसभा अध्यक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार किए जाने के बाद संसद में कोई विधेयक पेश नहीं किए जाते हैं, लेकिन हम देख रहे हैं कि कई विधेयक संसद में पेश और पारित किए जा रहे हैं. मैं अध्यक्ष से अपील करता हूं कि अब लोकसभा में कोई विधायी कार्य नहीं होना चाहिए.
- जब जरूरत होगी, तब कराएंगे प्रस्ताव पर चर्चा: संसदीय कार्य मंत्री
विपक्ष शांतिपूर्ण ढंग से चर्चा में भाग नहीं ले रहा है. वे संसद में किसी भी बिल को पारित करने में सहयोग नहीं करते. हम उनसे रचनात्मक सुझाव लेने को तैयार हैं, लेकिन वे अचानक अविश्वास प्रस्ताव ले आए. जब भी जरूरत होगी, तब हम अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे और चूंकि हमारे पास संख्या है, इसलिए हमें कोई समस्या नहीं है. अगर वे चाहते हैं कि (मणिपुर के संबंध में) सच्चाई सामने आए, तो इस (संसद) से बेहतर कोई मंच नहीं है.
- विपक्ष लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा के लिए अड़ा, सदन स्थगित
लोकसभा में शुक्रवार सुबह कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. मणिपुर हिंसा पर चर्चा नहीं होने का शोर मचा रहे विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा उठा दिया. विपक्षी दल सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा कराने पर अड़ गया है. प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की. उन्होंने इसके लिए 1978 में मोरारजी देसाई सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव का जिक्र किया. केंद्र सरकार ने इसका विरोध किया. इस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
- I.N.D.I.A के सांसदों ने किया प्रदर्शन
सदन में मणिपुर पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग को लेकर I.N.D.I.A गठबंधन के सांसदों ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया हैं.
- विपक्षी सांसद चाहें तो चीन भी जा सकते हैं: रवि किशन
भाजपा सांसद रवि किशन ने I.N.D.I.A ब्लॉक के प्रतिनिधिमंडल के मणिपुर दौरे को लेकर तंज कसा है. बॉलीवुड एक्टर से सांसद बने रवि किशन ने कहा, मणिपुर छोड़िए वे (विपक्ष) जहां चाहें वहां जा सकते हैं. उन्हें पाकिस्तान, श्रीलंका और चीन जाना चाहिए.
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