डीएनए हिंदी: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने बहुत गंभीरता से काम किया है. राज्यसभा में इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि युद्ध की वजह से चुनौतियां बहुत ज्यादा थीं और भारतीयों को निकालना मुश्किल था. हमने मिशन मोड में काम किया और 22,500 भारतीयों को सुरक्षित देश लेकर आए.
विपक्ष लगातार उठा रहा है मुद्दा
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और निकासी के लिए सरकार के प्रयासों पर विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा है. कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दल भी सरकार पर सवाल उठा रहे थे. उन सभी सवालों और आरोपों का जवाब आज विदेश मंत्री ने दिया है.
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राज्यसभा में विदेश मंत्री ने दी डिटेल जानकारी
विदेश मंत्री ने कहा, 'कुल 90 फ्लाइट्स ने उड़ान भरी जिसमें से 76 नागरिक और 14 भारतीय वायु सेना की उड़ानें थीं. भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए फ्लाइट्स ने रोमानिया, पोलैंड, हंगरी और स्लोवाकिया से उड़ान भरी थी. भारतीय वायु सेना ने यह जिम्मेदारी ली थी लेकिन प्राइवेट एयरलाइंस ने भी उत्साह के साथ इसमें हिस्सा लिया था.'
22,500 भारतीयों की हुई देश वापसी
आज विदेश मंत्री एस. जयशंकर संसद में मौजूद थे. उन्होंने राज्यसभा में भारतीयों को सुरक्षित निकाले जाने के मुद्दों पर बयान दिया था. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीयों को स्वदेश वापस लाया गया है. उन्होंने कहा कि गंभीर संघर्ष से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद हमने सुनिश्चित किया कि लगभग 22,500 भारतीय नागरिक सुरक्षित भारत लौट पाएं.
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