डीएनए हिंदी: MP Assembly Elections 2023- मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. इसके लिए नामांकन दाखिल हो चुके हैं. जहां मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) में कांग्रेस और भाजपा के बीच तगड़ी टक्कर है. वहीं कई उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जो लोकतंत्र के इस 'महायज्ञ' में अपनी आहुति महज वोटर के तौर पर देने से संतुष्ट नहीं हैं. ये खुद को उम्मीदवार बनाकर जनता की अदालत में उतर रहे हैं और बदलाव के लिए जनता का साथ मांग रहे हैं. ऐसे ही बदलाव की चाह रखने वाले एक उम्मीदवार मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) के आनंद कुशवाह रामायणी (Anand Kushwaha Ramayani) भी हैं, जो 28वीं बार उम्मीदवार के तौर पर भाग्य आजमाने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं.
राष्ट्रपति से पार्षद तक, सब पदों पर कर चुके नामांकन
आनंद कुशवाह का नाम ग्वालियर इलाके में सभी लोग जानते हैं. इसका कारण उनका चुनावी उम्मीदवार के तौर पर हर जगह अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, आनंद अब तक राष्ट्रपति (President Of India) से लेकर पार्षद तक सभी पदों पर चुनाव लड़ चुके हैं. वे 27 बार चुनावी समर में उतर चुके हैं और अब 28वीं बार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.
पीएम मोदी से करते हैं आनंद अपनी तुलना
आनंद कुशवाह (Anand Kushwaha) अपनी तुलना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करते हैं. दरअसल आनंद चाय की दुकान चलाते हैं. आपको याद होगा कि पीएम मोदी भी बचपन में अपने पिता की चाय की दुकान पर काम करते थे. पीएम मोदी इसी कारण खुद को गर्व से चाय वाला प्रधानमंत्री कहते हैं. आनंद का कहना है कि जब चाय बेचने वाले नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन सकते हैं, तो मेरी भी एक दिन किस्मत बदलेगी.
पहली बार पार्टी से मांग रहे हैं टिकट
आनंद कुशवाह अब तक निर्दलीय ही चुनाव में अपना भाग्य आजमाते रहे हैं, लेकिन अब वे पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी से टिकट मांग रहे हैं. दरअसल आनंद ने ग्वालियर कलेक्ट्रेट पहुंचकर ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा-14 से पर्चा भरा है. वे 25 अक्टूबर को नामांकन करने के लिए बहुजन समाज पार्टी (BSP) की नीली ड्रेस पहनकर और उसका हाथी के निशान वाला झंडा लेकर ही पहुंचे थे. उन्होंने नामांकन भी बसपा के चुनाव चिह्न पर ही किया है. बसपा की वेशभूषा में साइकिल पर सवार होकर पहुंचे आनंद सभी के आकर्षण का केंद्र बने हुए थे. हालांकि बसपा ने उनका नाम अभी तक अपने उम्मीदवार के तौर पर घोषित नहीं किया है, लेकिन आनंद को उम्मीद है कि बसपा प्रमुख मायावती उन्हें इस सीट से अपने चुनाव चिह्न पर लड़ने का मौका अवश्य देंगी.
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