डीएनए हिंदी: Uttar Pradesh News- उत्तर प्रदेश के बाहुबली माफिया अंसारी ब्रदर्स को सोमवार को एक और बड़ा झटका लगा है. शनिवार को एक मामले में मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी को गाजीपुर की एक अदालत ने सजा सुनाई थी. सोमवार को इस फैसले के आधार पर अफजाल अंसारी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है. अफजाल अंसारी बसपा के टिकट पर गाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद थे.
शनिवार को सजा के बाद ही उठा था सदस्यता पर सवाल
अफजाल अंसारी और उनके भाई मुख्तार अंसारी को शनिवार को गैंगस्टर के एक मामले में सजा सुनाई गई थी. अफजाल को गाजीपुर की MP/MLA कोर्ट ने 4 साल की सजा सुनाई थी, जबकि मुख्तार को 10 साल की सजा मिली थी. कोर्ट ने मुख्तार पर 5 लाख रुपये और अफजाल पर 1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था. इसके बाद ही अफजाल की संसद सदस्यता पर सवाल उठने लगे थे. दरअसल 2 साल या उससे ज्यादा की सजा मिलने पर संसद या विधानसभा की सदस्यता के अयोग्य घोषित कर दिया जाता है. इसके साथ ही दोषी सांसद-विधायक पर सजा खत्म होने के बाद 6 साल तक चुनाव नहीं लड़ने का प्रतिबंध भी लग जाता है.
जमानत पर हैं अफजाल अंसारी
अफजाल अंसारी गैंगस्टर के इस केस में अब तक जमानत पर चल रहे हैं, जबकि मुख्तार अंसारी पहले ही अन्य मामलों में सजा होने के कारण बांदा जेल में बंद हैं. अब अफजाल अंसारी का भी जेल जाना तय है. हालांकि वे निचली अदालत के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं, जहां से राहत मिलने पर वे अपनी संसद सदस्यता की दोबारा बहाली की भी गुहार लगा सकते हैं.
गाजीपुर सीट पर था अंसारी ब्रदर्स के 'बाहुबल' का राज
पूर्वी यूपी में माफिया मुख्तार अंसारी के दबदबे का सबसे ज्यादा असर गाजीपुर जिले में ही रहा है. इसके चलते इस लोकसभा सीट पर भी अंसारी ब्रदर्स के बाहुबल का हल्ला रहा है. अफजाल अंसारी यहां से एक बार साल 2004 में सपा के टिकट पर और दूसरी बार साल 2019 में बसपा के टिकट पर जीतकर सांसद बने हैं. दोनों बार उन्होंने भाजपा के मनोज सिन्हा को हराया था, जो इस समय जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल हैं. भाजपा को इस सीट पर तीन बार मनोज सिन्हा ने ही जीत दिलाई है.
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