Gyanvapi Row: औरंगज़ेब की क्रूरता नजरअंदाज नहीं कर सकते, विवाद पर बोले मुख्तार अब्बास नकवी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 08, 2022, 03:02 PM IST

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी.

ज्ञानव्यापी मस्जिद को लेकर सियासी विवाद खड़ा हो गया है. मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट कमिश्नर हटाने की मांग की है.

डीएनए हिंदी: ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) से जुड़े सर्वे  (Survey) पर विवाद बढ़ता जा रहा है.  केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी करने वालों को नसीहत दी है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि कोर्ट के फैसले पर टिप्पणी जायज नहीं हैं. करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़े इस मुद्दे पर वह औरंगज़ेब द्वारा की सांप्रदायिक क्रूरता को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. 

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मुख्तार अब्बास नकवी ने क्या कहा?

वाराणसी के काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे को लेकर हंगामा बरपा है. सर्वे की कार्रवाई के बाद से ही लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कार्रवाई को ऑल इंडिया मजलिस-ए-मुस्लिमीन (AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कानून का उल्लंघन करने वाला बताया है. 

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नकवी मुख्तार अब्बास नकवी ने लोगों को फटकारते हुए कहा है कि कोई भी औरंजगजेब की करतूतों को सही नहीं ठहरा सकता है.

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मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'औरंगजेब के क्रूरता की काली करतूत इतिहास की हकीकत है. हकीकत पर हाहाकार नहीं स्वीकार ही समझदारी है. उन्होंने अपने विरोधियों को संदेश भी दे दिया है कि इस पर विवाद ठीक नहीं है.

अब तक पूरा नहीं हो सकता है सर्वे

सर्वे का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है. ज्ञानवापी मस्जिद में दूसरे दिन सर्वे नहीं हो सका क्योंकि कोर्ट कमिश्नर को अंदर जाने से रोक दिया जा रहा है. मुस्लिम पक्ष की मांग है कि कोर्ट कमिश्नर को हटा दिया जाए. सर्वे से जुड़े हुए इसी केस की सुनवाई 9 मई को होने वाली है.

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