डीएनए हिंदी: Mumbai News- मुंबई के मीराबाई रोड इलाके में लिवइन रिलेशनशिप मर्डर केस में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. इस केस में 56 साल के मनोज साने ने अपने साथ रहने वाली 32 वर्षीय सरस्वती वैद्य की हत्या करने के बाद उसकी बॉडी के छोटे-छोट टुकड़े कर प्रेशर कुकर में पका दिया था. अब तक माना जा रहा था कि मनोज और सरस्वती लिव इन रिलेशनशिप में थे, लेकिन अब एक बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मनोज और सरस्वती पति-पत्नी थे और दोनों ने एक मंदिर में शादी रचाई थी, लेकिन वे एक खास कारण के चलते इस बात को छिपाकर रखते थे. आइए 5 पॉइंट्स में जानते हैं कि पुलिस को क्या नई बातें पता चली हैं.
1. उम्र के अंतर के कारण छिपाते थे शादी की बात
सरस्वती और मनोज के बीच उम्र का बड़ा अंतर था. इसके चलते आसपास के लोग सवाल ना उठाएं, इस कारण उन्होंने शादी की बात छिपाकर रखी थी. इसी कारण सरस्वती सबके सामने मनोज को 'मामा' कहा करती थी. मुंबई आने पर सरस्वती की मनोज से मुलाकात बोरीवली की एक राशन की दुकान में हुई थी. मनोज ने उसे खुद को कपड़ा मिल का मालिक बताया था, जबकि वह महज राशन की दुकान में काम करने वाला कर्मचारी था. मनोज ने ही सरस्वती को नौकरी दिलाई. इसके बाद बोरीवली में अपने घर में रहने के लिए जगह भी दी. इसके बाद ही दोनों ने मंदिर में शादी की थी.
2. अनाथ नहीं थी सरस्वती, चार बहनें हैं उसकी
पुलिस ने यह भी बताया है कि अब तक अनाथ मानी जा रही सरस्वती का परिवार भी जिंदा है. उसकी चार बहनें हैं, जिनके साथ सरस्वती लगातार संपर्क में थी. इनमें से तीन बहनें शुक्रवार को पुलिस से मिलने पहुंची हैं. मुंबई पुलिस के अधिकारी जयंत बाबले के मुताबिक, सरस्वती ने अपनी बहनों को मनोज और अपनी शादी के बारे में बता रखा था.
3. औरंगबाद का रहने वाला था सरस्वती का परिवार
पुलिस के मुताबिक, सरस्वती का परिवार मूल रूप से औरंगाबाद का रहने वाला था. उसकी मां और पिता के बीच तलाक हो गया था. इसके बाद मां की मौत हो गई और चारों बहनें अलग-अलग आश्रम में भेज दी गईं. सरस्वती अपनी बहनों में सबसे छोटी थी. उसे अहमदनगर के जानकी बाई आश्रम में भेजा गया था. यहीं पर उसने पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी और फिर आश्रम छोड़कर वह 4-5 साल अपनी एक बहन के पास रही थी. इसके बाद वह मुंबई आ गई थी.
4. शादी करने के बाद ही मीराबाई रोड पर रहने आए थे
पुलिस के मुताबिक, सरस्वती और मनोज ने शादी करने के बाद ही बोरीवली वाला घर छोड़कर तीन साल पहले मीराबाई रोड के अपार्टमेंट में शिफ्ट किया था. मनोज और सरस्वती कई बार अहमदनगर के जानकीबाई आश्रम में बच्चों के लिए गिफ्ट लेकर भी गए थे. आश्रम की संचालक अनु साल्वे के मुताबिक, मनोज और सरस्वती आमतौर पर बड़ी कार से आते थे. आखिरी बार वे दो साल पहले आए थे, तो सरस्वती बेहद परेशान दिख रही थी. हालांकि उसने कई बार पूछने पर भी उसका कारण नहीं बताया था. पुलिस के मुताबिक, मनोज साने ने सरस्वती के परेशान दिखने का कारण उन दोनों के बीच होने वाली लड़ाई बताया है.
5. हत्या का कारण अब भी नहीं मालूम
मनोज साने ने सरस्वती की हत्या आपस में लड़ाई के बाद रविवार को कर दी थी. हालांकि मनोज ने पुलिस के सामने दावा किया है कि सरस्वती की मौत गुस्से में जहर खाकर आत्महत्या करने से हुई थी. उसने महज डरकर उसकी बॉडी को ठिकाने लगाने की कोशिश की है. हत्या के 5 दिन बाद भी पुलिस को अब तक इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. पुलिस के मुताबिक, मनोज साने बार-बार पूछताछ में अपना बयान बदल रहा है. इसके चलते भी हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो रहा है.
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