Remal Cyclone से बाढ़ की तबाही के बीच दहली असम-मेघालय की धरती, Myanmar Earthquake का रहा असर

Written By कुलदीप पंवार | Updated: May 30, 2024, 09:05 AM IST

Assam Latest News: असम और मणिपुर में Remal Cyclone के कारण आई बाढ़ से 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. ऐसे में Myanmar Earthquake में 5.6 मैग्नीट्यूड के झटकों ने मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी हैं.

Assam Latest News: रेमल चक्रवात के कारण उत्तर पूर्वी राज्यों में हो रही भारी बारिश से असम और मणिपुर में बाढ़ ने कहर बरपाया हुआ है. करीब 50 हजार से ज्यादा लोग दोनों राज्यों में बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं. ऐसे में मुश्किलें उस समय और ज्यादा बढ़ गईं हैं, जब पड़ोसी देश म्यांमार में भूकंप से धरती दहल गई. म्यांमार में रिक्टर स्केल पर दर्ज हुए 5.6 मैग्नीट्यूड के भूकंप का असर भारतीय सीमा के अंदर असम और मेघालय तक में दिखाई दिया है. असम के गुवाहाटी और मेघालय के शिलॉन्ग में भी इस भूकंप के झटकों से धरती हिलती दिखाई दी, जिससे लोग दहल गए. 

110 किमी गहराई पर था एपिसेंटर, नहीं हुआ ज्यादा नुकसान

नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर ने अपने एक्स हैंडल पर बताया है कि भूकंप का एपिसेंटर म्यांमार में करीब 110 किलोमीटर गहराई पर था. गहराई पर एपिसेंटर होने के चलते बुधवार शाम 6.43 बजे आए भूकंप के झटके दूर तक महसूस किए गए, लेकिन इससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है.

असम के 8 जिलों में है बाढ़, 40 हजार लोग प्रभावित

रेमल तूफान के कारण लगातार हो रही बारिश से असम में नदियों का जल स्तर खतरनाक लेवल पर पहुंचा हुआ है. इससे 8 जिलों नगांव, हैलाकांडी, कार्बी आंगलोंग, करीमगंज, कछार, होजाई, गोलाघाट और पश्चिम कार्बी आंगलोंग में बाढ़ आ गई है, जिससे 40,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. करीमगंज जिले में एक व्यक्ति की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत के बाद मंगलवार से अब तक राज्य में 5 लोग बाढ़ के पानी के कारण मर चुके हैं. अभी कछार जिले में दो व्यक्ति लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है. बहुत सारे गांवों में तटबंध टूट गए हैं, जबकि बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है. बाढ़ का सबसे ज्यादा असर करीमगंज में है, जहां 26,430 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. राज्य में कई जगह सड़कों के बह जाने से यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई है. 

मणिपुर में 10 हजार से ज्यादा लोगों पर बाढ़ का असर

रेमल तूफान की लगातार बारिश से मणिपुर में भी बाढ़ आ गई है. इंफाल घाटी में जबरदस्त बारिश के कारण सैकड़ों घरों में इंफाल नदी का पानी घुस गया है, जिससे करीब 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, नम्बुल नदी में भी पानी बढ़ने से इंफाल पश्चिम जिले के 86 इलाकों में बाढ़ आ गई है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद करने के लिए बुधवार रात करीब 10.30 बजे NDRF की एक टीम विमान से इंफाल पहुंच गई है. इंफाल और सिलचर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 37 पर स्थित इरांग बेली पुल नोनी जिले के ताओबाम गांव में ढह जाने से यातायात बंद हो गया है. 

(With PTI Inputs)

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