UP: अब मदरसों में भी गाना होगा राष्ट्रगान, क्लास शुरू होने से पहले शिक्षकों के लिए भी किया अनिवार्य

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 25, 2022, 12:19 PM IST

बैठक में मुंशी-मौलवी, आलिम, कामिल और फाजिल की परीक्षाएं 14 से 27 मई के बीच कराने का भी निर्णय लिया गया.

डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए मदरसा बोर्ड (UP Madarsa Board) ने कई सख्त कदम उठाए हैं. इसी क्रम में सभी अनुदानित और गैर अनुदानित मदरसों में नए सत्र से राष्ट्रगान का गायन अनिवार्य कर दिया गया है. अब हर मदरसे में कक्षाएं शुरू करने से पहले शिक्षकों और छात्रों को एक साथ अन्य दुआओं के साथ राष्ट्रगान भी गाना होगा.
  
परिषद ने गुरुवार को अपनी बैठक में मदरसा शिक्षा के सुधार को लेकर कई अहम फैसले लिए. बैठक में मुंशी-मौलवी, आलिम, कामिल और फाजिल की परीक्षाएं 14 से 27 मई के बीच कराने का भी निर्णय लिया गया. 20 मई के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों और यूपी बोर्ड उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन की वजह कॉलेजों के खाली न होने पर मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं मदरसों में कराई जाएगी. परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए हर परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. यह निर्णय गुरुवार मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया.

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बोर्ड परीक्षा में 6 प्रश्न पत्र होंगे
बैठक में तय किया गया कि मदरसा बोर्ड में अब छह प्रश्नपत्रों की परीक्षा होगी. इसमें बेसिक शिक्षा की तर्ज पर कक्षा 1 से 8 तक के पाठ्यक्रम में दीनियात के अलावा हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र होंगे.  इसी तरह सेकेंडरी (मुंशी-मौलवी) में अरबी-फारसी साहित्य के साथ दीनियात शामिल करते हुए एक विषय रखा जाएगा. बाकी हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र अलग होंगे. इसके अलावा समय-समय पर सर्वे कराकर पता लगाया जाएगा कि मदरसा शिक्षकों के बच्चे मदरसों में ही पढ़ते हैं या अन्य स्कूलों में.
 

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उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड