Hanuman Chalisa लेकर हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुईं सांसद Navneet Rana, उद्धव ठाकरे को दी चुनौती

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 08, 2022, 12:12 PM IST

अस्पताल से डिस्चार्ज हुईं नवनीत राणा

जमानत मिलने के बाद नवनीत राणा अब अस्पताल से भी डिस्चार्ज हो गई हैं. बाहर आते ही उन्होंने एक बार फिर उद्धव ठाकरे पर हमला बोल दिया है.

डीएनए हिंदी: अमरावती की लोकसभा सांसद नवनीत राणा रविवार को अस्पताल से डिस्चार्ज हो गईं. अस्पताल से बाहर आते वक्त उन्होंने अपने हाथ में हनुमान चालीसा की किताब पकड़ रखी थी. बाहर आते ही मीडिया से बातचीत करते हुए नवनीत राणा ने कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए वह 14 दिन तो क्या 14 साल तक जेल में रहने को तैयार हैं.

निर्दलीय सासंद नवनीत राणा ने इस मौके पर महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे को चुनौती भी दी. नवनीत राणा ने कहा, 'मैं सीएम उद्धव ठाकरे को चुनौती दे रही हूं कि वह महाराष्ट्र में कहीं से भी चुनाव लड़ें, मैं उनके खिलाफ लड़ूंगी.' नवनीत राणा ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की जनता उद्धव ठाकरे को बताएगी कि हनुमान और राम का नाम लेने वालों को परेशान करने का परिणाम क्या होता है.

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बीएमसी चुनाव में उतरने का ऐलान
हनुमान चालीसा विवाद के बाद गिरफ्तार हुईं नवनीत राणा जमानत पर बाहर आई हैं. जमानतम मिलने के बाद उनकी तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उन्हें लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. अब अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे पर करारा हमला बोला है. नवनीत राणा ने यह भी कहा है कि बीएमसी के चुनाव में वह पूरी ताकत के साथ जनता के बीच जाएंगी.

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आपको बता दें कि नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान किया था. इसी के बाद उनके घर के बाहर हंगामा हुआ था. बाद में नवनीत राणा और रवि राणा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके दोनों को जेल भेजा गया था. शुरुआत में जमानत याचिका रद्द होने के बाद दोनों नेताओं को जमानत मिल गई.

शर्त के साथ कोर्ट से मिली थी जमानत
हालांकि, कोर्ट ने जमानत देते हुए इन दोनों नेताओं को कहा है कि वे जांच में पूरा योगदान करेंगे. इसके अलावा, यह भी शर्त रखी गई है कि हनुमान चालीसा विवाद के मामले पर दोनों नेता मीडिया को कोई इंटरव्यू नहीं देंगे.

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