डीएनए हिंदी: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) के तहत प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (SFJ) संगठन के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्तियों को जब्त कर लिया है. उसकी कई संपत्तियां चंडीगढ़ और अमृतसर में हैं. खालिस्तानी आतंकी पन्नू भारत का वांछित अपराधी है. वह सिख फॉर जस्टिस संगठन के जरिए भारत को अशांत करने की कोशिश में जुटा रहता है.
गुरपतवंत सिंह पन्नू के चंडीगढ़ सेक्टर 15 आवास के बाहर एक नोटिस चस्पा किया गया है. जब्ती नोटिस में लिखा है, 'मकान नंबर 2033 का एक चौथाई हिस्सा, गुरपतवंत सिंह पन्नू का है. यह NIA के एक केस में घोषित अपराधी है. उसके खिलाफ UAPA की धारा 33(5) के तहत राज्य द्वारा जब्त कर लिया गया है. 1967 एनआईए स्पेशल कोर्ट, एसएएस नगर, मोहाली, पंजाब के आदेश द्वारा, दिनांक 14/09/2023 को यह एक्शन लिया गया है. यह आम जनता की जानकारी के लिए है.'
अमृतसर में भी संपत्तियां हुईं जब्त
इसी तरह का नोटिस अमृतसर में गुरपतवंत सिंह पन्नू के पैतृक गांव खानकोट में उसकी कृषि भूमि पर भी लगाया जा चुका है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने 2020 में दर्ज आतंकवाद के एक केस में गुरपतवंत सिंह पन्नू की जमीनें जब्त की हैं. गुरपतवंत सिंह पन्नू के पिता मोहिंदर सिंह पन्नू विभाजन से पहले तरनतारन के पट्टी उपमंडल के नाथू चक गांव के निवासी थे. विभाजन के बाद उसका परिवार अमृतसर के खानकोट गांव में आ बसा था.
इसे भी पढ़ें- मणिपुर में बहाल होगा इंटरनेट, कर्फ्यू में भी ढील, संभल रहे हैं हालात
नॉर्थ अमेरिका में बैठकर भारत को बर्बाद करना चाहता है पन्नू
गुरुपतवंत सिंह पन्नू पंजाबी मूल का है लेकिन वह नॉर्थ अमेरिका में रहता है. गुरुपतवंत सिंह पन्नू का जन्म अमृतसर के खानकोट गांव में हुआ था. उसने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ किया है. उसके पिता महिंदर सिंह, पंजाब कृषि मार्केटिंग बोर्ड के कर्मचारी थे. गुरुपतवंत सिहं पन्नू के तीन भाई-बहन हैं. एक भाई अमेरिका में वकील है. वह कनाडा में भी अच्छी पकड़ रखता है.
SJF का है मुख्य कर्ता-धर्ता
गुरुपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका स्थित अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापकों में से एक है. यह संगठन दावा करता है कि इसका उद्देश्य मानवाधिकारों की रक्षा करना और इंटरनेशल एडवोकेसी करना है. इसकी स्थापना साल 2007 में हुई थी. इस संगठन की एक मांग यह भी है कि पंजाब सिखों की जन्मभूमि है इसलिए उसे स्वायत्तता मिले. यह संगठन चाहता है कि पंजाब एक संप्रभु राष्ट्र बने, जिसका नाम खालिस्तान हो.
इसे भी पढ़ें- पाकिस्तान ने UNGA में देश के खिलाफ उगला जहर, भारत ने दिया जवाब तो बंद हुई बोलती
प्रतिबंधित संगठन SJF का सरगना है यह आतंकी
केंद्र सरकार ने 2019 में अलगाववादी गतिविधियों की वजह से SFJ पर प्रतिबंध लगा दिया. यह संगठन प्रतिबंध के बाद भी दुनियाभर में फलफूल रहा है, भले ही इसकी ताकतें सीमित हो गई हैं. इस संगठन का सबसे नया अभियान रेफरेंडम 2020 है, जिसके जरिए यह चाहता है कि पंजाब को आजादी मिल जाए.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.